रिश्वत नहीं मिलने पर काटा कनेक्शन- बिजली महकमें के 3 अफसर सस्पेंड
गोरखपुर। बिजली विभाग में चल रहा घूसखोरी का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। बैंक द्वारा लिए गए नए कनेक्शन को जोड़ने की एवज में जब मुंह मांगी घूस नहीं मिली तो बिजली कर्मियों ने बैंक का कनेक्शन काट दिया। मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचने के बाद अधिशासी अभियंता, एसडीओ तथा अवर अभियंता को सस्पेंड कर दिया गया है। तीन लाइनमैन के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया गया है।
दरअसल मोहद्दीपुर में नई खुली आईसीआईसीआई बैंक की शाखा की ओर से बिजली विभाग के पास 15 किलोवाट के बिजली कनेक्शन का आवेदन किया गया था। जांच पड़ताल करने के बाद इलाके के एसडीओ एवं जेई ने अपनी रिपोर्ट लगाकर फाइल नगरी विद्युत वितरण खंड तृतीय के एक्सईएन दफ्तर में भेज दी थी। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद कनेक्शन फीस के तौर पर 200848 रुपए भी बैंक द्वारा जमा कर दिए गए थे। इसके बाद बैंक शाखा के जिम्मेदार लोग बिजली विभाग से कनेक्शन जुडने और मीटर लगने का इंतजार करने लगे।
वेंडर कबीर खान ने बताया है कि रुपए जमा करने के बाद भी कनेक्शन जोड़ने में विलंब हो रहा था। अभियंताओं के जाकर कनेक्शन फीस मीटर फीस एवं अन्य दस्तावेजों को दिखाकर जब विद्युत विभाग से कनेक्शन लगाने का अनुरोध किया तो अभियंताओं की सलाह पर बैंक के वेंडर ने सीधे परीक्षण खंड दफ्तर में संपर्क मीटर लगाने की बात कही।
आरोप है कि परीक्षण खंड का निजी कर्मचारी 14 सितंबर की शाम 5.00 बजे बैंक शाखा में मीटर लगाने के लिए पहुंचा। मीटर की टेस्टिंग करवाने के बाद उसने परिसर में ही मीटर को टांग दिया। इसके बाद बिजली विभाग की ओर से आए लाइनमैन ने बिजली के खंबे से लाइन जोड़ दी और सुविधा शुल्क की मांग की। उसे सुविधा शुल्क भी दे दिया गया मगर उसकी डिमांड ज्यादा थी। मन माफिक सुविधा शुल्क नहीं मिलने पर लाइनमै ने खंभे पर चढकर थोडी पहले की जोडे गये कनेक्शन को काट दिया। बैंक के अफसरों ने इस मामले का वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। मामला वायरल होते ही बिजली विभाग में हड़कंप मच गया। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक ने मोहद्दीपुर उपकेंद्र के एक्सईएन, एसडीओ तथा जेई को निलंबित कर दिया है। जबकि तीनों लाईनमैन रामानंद, बालकृष्ण एवं वेद प्रकाश पांडे के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।