मरीज लेकर जा रही एंबुलेंस में लगाई आग- राख से मिली सिर्फ हड्डियां
नई दिल्ली। राजधानी इंफाल में हिंसक हुई भीड़ ने 3 लोगों को जिंदा जलाकर हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया है। मरने वालों में मां बेटा और उनका रिश्तेदार शामिल है जो इलाज कराने के लिए एंबुलेंस में सवार होकर जा रहे थे। मणिपुर की राजधानी इंफाल में सडक पर उतरी हिंसक भीड़ ने 3 लोगों की जान ले ली है। इलाज कराने के लिए एंबुलेंस में जा रहे मां बेटे को तकरीबन 2000 लोगों की भीड़ ने हमला कर आग के हवाले कर दिया।
एंबुलेंस में लगाई गई आग में जिंदा जले महिला और उसके बेटे तथा रिश्तेदार की राख से केवल हड्डियां ही मिल सकी है। मृतकों की पहचान 7 साल के टासिंग हैंगिंग, उसकी मां मीना हैंगिंग और उनके रिश्तेदार लिडिया लौरेम्बम के रूप में की गई है। इन तीनों पीड़ितों ने पिछले महीने की 3 मई से मणिपुर की राजधानी इंफाल से तकरीबन 15 किलोमीटर पश्चिम में कांगचुप में असम राइफल के जवानों के कैंप में शरण ले रखी थी। जैसे ही मां बेटे ने असम राइफल के जवानोें के कैंप से अपने कदम बाहर निकाले वैसे ही मौत उनके साथ रिश्तेदार की जिंदगी पर झपटटा मारकर ले गई।