फिर माहौल बिगड़ने की कोशिश- कुआं पूजन करके लौटती महिलाओं पर पथराव

फिर माहौल बिगड़ने की कोशिश- कुआं पूजन करके लौटती महिलाओं पर पथराव

नूंह। असामाजिक तत्वों द्वारा एक बार फिर से नूंह का माहौल बिगड़ने की कोशिश करते हुए कुआं पूजन करके लौट रही महिलाओं पर पथराव कर दिया गया। एक धार्मिक स्थल से फेंके गए पत्थरों की चपेट में आकर 9 महिलाएं घायल हो गई है। घटना की जानकारी मिलते ही घायल हुई महिलाओं के परिजन और शहर के लोग मौके पर पहुंच गए।जिससे तनाव पैदा हो गया। मामला दो समुदाय से जुड़ा होने की वजह से आनन-फानन में पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराने की कोशिश की।

नूंह के वार्ड नंबर 10 में रहने वाले दीपू के परिवार की महिलाएं बृहस्पतिवार की देर शाम हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक बेटा पैदा होने पर कैलाश मंदिर में कुआं पूजन के लिए जा रही थी। महिलाओं के मुताबिक मंदिर में जाते समय उनके ऊपर किसी ने एक दो पत्थर फेंक दिए।

महिलाएं इसे अनदेखा करते हुए मंदिर में कुआं पूजन करने के लिए चली गई। लेकिन जब महिलाएं वापस लौट रही थी तो एक धार्मिक स्थल के भीतर से उनके ऊपर फिर से शरारती तत्वों द्वारा पत्थर फेंके गए। जिसकी चपेट में आकर आधा दर्जन से अधिक महिलाएं घायल हो गई है।

मामले की जानकारी मिलते ही महिलाओं के परिजन तथा शहर के अन्य लोग मौके पर पहुंच गए‌। मामला दो संप्रदाय से जुड़ा होने की वजह से मौके पर तनाव पैदा हो गया। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के आला अफसर फोर्स को साथ लेकर मौके पर पहुंचे और वहां पर हंगामा कर रहे लोगों को समझा बुझाकर शांत कराने की कोशिश की। लेकिन शांत होने के बजाय लोग नारेबाजी करते हुए धरना देने के लिए बैठ गए।

एसडीएम अश्वनी कुमार ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामला सुलझाने की कोशिश की। बाद में एसपी नरेंद्र बिजारणिया पुलिस फोर्स को साथ लेकर मौके पर पहुंच गए और उन्होंने लाठी हाथ में लेकर मोर्चा संभाला और पुलिस के साथ वहां पर जमा हुई भीड़ को खदेडकर हालातों पर काबू पाया है। पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि इस मामले में जो भी दोषी होगा उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

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