UP के 15 जिलों में कलेक्टर की कमान संभाल रही महिला IAS अफसर - जानिए कौन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 75 जिले हैं, 75 जिलों में 75 ही आईएएस अफसर कलेक्टर के रूप में काम कर रहे हैं मगर यूपी की योगी सरकार ने 15 जिलों के कलेक्टर की कमान महिला अफसरों के हाथ में सौंपी हुई है। 2008 से 2014 के बैच तक की यह महिला आईएएस अफसर अपनी कार्यशैली से जनता के बीच में, जिस भी जिले में पोस्टिंग हैं, वहां अपनी पहचान बना रही हैं। खोजी न्यूज ने इन 15 आईएएस अफसरों पर एक स्टोरी कवर की है। आप भी जानिए कौन-कौन है यह महिला आईएएस अफसर जो 15 जिलों में कलेक्टर के रूप में काम कर रही हैं .....
आईएएस सौम्या अग्रवाल 2008 बैच की आईएएस अफसर हैं। बलिया की जिला कलेक्टर के रूप में 7 जून 2022 को चार्ज सँभालने वाली सौम्या अग्रवाल को सबसे पहले 2 मार्च 2021 को बस्ती जिले का डीएम बनाया गया था। इसके साथ ही रायबरेली के जिलाधिकारी के रूप में काम कर रही माला श्रीवास्तव 2009 बैच की आईएएस अफसर हैं। माला श्रीवास्तव अब तक औरैया , बहराइच, बस्ती के कलेक्टर के रूप में काम कर चुकी हैं। 14 अप्रैल 2022 को उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें रायबरेली के जिला अधिकारी के रूप में जिम्मेदारी दी थी, तब से वे डीएम रायबरेली के रूप में काम कर रही हैं। इसके अलावा 2011 बैच की आईएएस अफसर श्रुति फतेहपुर जनपद की जिलाधिकारी हैं। 31 जुलाई 2022 को फतेहपुर के डीएम का ज़िम्मा संभालने वाली श्रुति की कलेक्टर के रूप में यह दूसरी पोस्टिंग है। इससे पहले 31 दिसंबर 2020 को उन्हें बलरामपुर का डीएम बनाया गया था, जहां वे लगभग डेढ़ साल से अधिक तैनात रही। बलरामपुर के बाद अब श्रुति फतेहपुर की डीएम है।
मूल रूप से रांची ( झारखंड) की रहने वाली नेहा प्रकाश 2012 बैच की आईएएस अफसर है। नेहा प्रकाश को उत्तर प्रदेश सरकार ने विभिन्न पदों के बाद पहली बार कलेक्टर बनाया है। यूपी सरकार ने 23 अक्टूबर 2021 को नेहा प्रकाश को श्रावस्ती जनपद का डीएम बनाया गया था, लगभग 11 महीने से वह श्रावस्ती के डीएम के रूप में काम कर रही हैं। मिर्जापुर के कलेक्टर के रूप में 17 सितंबर 2022 को चार्ज सँभालने वाली दिव्या मित्तल मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं। साल 2013 बैच की आईएएस दिव्या मित्तल को यूपी सरकार ने पहली बार 11 सितंबर 2020 को संतकबीर नगर जिले का डीएम बनाया था। 1 साल के कार्यकाल के बाद अब सरकार ने उन्हें मिर्जापुर के डीएम की जिम्मेदारी दे रखी है। 2013 बैच की ही आईएएस अफसर प्रियंका निरंजन मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली हैं। ट्रेनिंग के बाद उनको सबसे पहली पोस्टिंग मुजफ्फरनगर में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में दी गई थी। उसके बाद कई पोस्ट पर प्रियंका निरंजन तैनात रही। सबसे पहली बार सरकार ने उन्हें 11 फरवरी 2021 को जालौन का डीएम बनाया था। डेढ़ साल के लगभग जालौन के डीएम के रूप में काम कर चुकी प्रियंका निरंजन को 7 जून 2022 को सरकार ने बस्ती के डीएम की जिम्मेदारी दे दी थी, तब से वह बस्ती के डीएम के रूप में काम कर रही हैं।
मूल रूप से नई दिल्ली की रहने वाली अपूर्वा दुबे 2013 बैच की आईएएस अफसर है। उत्तर प्रदेश सरकार ने सबसे पहले उन्हें फतेहपुर जनपद का डीएम बनाकर 31 दिसंबर 2020 को भेजा था। फतेहपुर के कलेक्टर के रूप में उनकी कार्यशैली से संतुष्ट उत्तर प्रदेश सरकार ने 31 जुलाई 2022 को उन्हें उन्नाव का जिलाधिकारी बना दिया। जालौन के जिलाधिकारी के रूप में काम कर रही चांदनी सिंह साल 2013 बैच की आईएएस अफसर है। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के नोएडा की रहने वाली चांदनी सिंह को यूपी सरकार ने पहली बार जिलाधिकारी के रूप में जालौन में पोस्टिंग दी है। यूपी सरकार ने उन्हें 7 जून 2022 को जालौन का डीएम बनाया था। मूल रूप से पटना ( बिहार ) की रहने वाली 2013 बैच की आईएएस अफसर आर्यका अखौरी अपनी सरकारी सर्विस में दूसरी बार कलेक्टर की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। इससे पहले यूपी सरकार ने उनको 11 फरवरी 2021 को भदोही जनपद का जिलाधिकारी बनाया था। उनके कार्य शैली से संतुष्ट यूपी सरकार ने 17 सितंबर 2022 को उन्हें अब गाजीपुर का कलेक्टर बना दिया है।
इसी कड़ी में महिला कलेक्टर के रूप में यूपी सरकार ने 23 अक्टूबर 2021 को मूल रूप से भोपाल की रहने वाली हर्षिता माथुर को कासगंज का डीएम बनाया था। सरकार ने हर्षिता माथुर को भी पहली बार जिले का चार्ज दिया है। 23 अक्टूबर 2021 को कासगंज की जिलाधिकारी बनने वाली हर्षिता माथुर अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही हैं। 2 मार्च 2021 को पहली बार बदायूं डीएम का कार्यभार ग्रहण करने वाली दीपा रंजन साल 2013 बैच की आईएएस अफसर है। मूल रूप से बेगूसराय बिहार की रहने वाली दीपा रंजन की आईएएस की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद चौथी पोस्टिंग है। दीपा रंजन 2 मार्च 2021 से बदायूं के कलेक्टर के रूप में काम कर रही है। 2014 बैच की आईएएस अफसर नेहा जैन मूल रूप से कानपुर नगर की रहने वाली है। यूपी सरकार ने नेहा जैन को पहली बार 14 अप्रैल 2022 को कानपुर देहात का जिलाधिकारी बनाया था। तबसे नेहा जैन अपनी जिम्मेदारी संभाल रही हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ में पहली बार डीएम के रूप में चार्ज संभालने वाली मेधा रूपम 16 अप्रैल 2022 से हापुड़ में काम कर रही हैं। 2014 बैच की आईएएस अफसर मेधा रूपम को एडिशनल कमिश्नर मेरठ से हापुड़ का डीएम बनाया गया था। मूल रूप से पंचकूला हरियाणा की रहने वाली साल 2014 बैच की आईएएस अफसर ईशा दुहन को यूपी सरकार ने पहली बार चंदौली का डीएम बनाया था। 17 नवंबर 2022 को ईशा दुहन ने चंदौली के जिलाधिकारी के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। 22 फरवरी 2020 को शामली जनपद की जिलाधिकारी के रूप में चार्ज सँभालने वाली जसजीत कौर 2012 बैच की आईएएस अफसर है। मूल रूप से अमृतसर (पंजाब) की रहने वाली जसजीत कौर को भी योगी सरकार ने पहली बार डीएम की जिम्मेदारी दी थी और लगभग ढाई साल से शामली के डीएम का जिम्मा जसजीत कौर संभाल रही हैं।