गन्ना किसानों का प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ेगा रूझान- भूसरेड्डी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि गन्ना विकास विभाग द्वारा प्रदेश के गन्ना कृषकों एवं युवाओं को गन्ना खेती की नवीनतम तकनीकों से जोड़ने एवं प्राकृतिक खेती की बारीकियांे से अवगत कराने हेतु सरदार वल्लभभाई पटेल यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर और टेक्नोलॉजी, मेरठ के प्रांगण में दिनांक 15 फरवरी, 2023 को पूर्वाह्न 11ः00 बजे से अपर मुख्य सचिव, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग, उ.प्र. शासन की अध्यक्षता में प्राकृतिक खेती (Natural Farming) विषय पर एक वृहद किसान मेला गोष्ठी का आयोजन किया जायेगा।
इस गोष्ठी के आयोजन से जुड़ी जानकारी साझा करते हुए प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि वैज्ञानिक कृषि तकनीकों से हमने खाद्यान्न के क्षेत्र में तो आत्मनिर्भरता प्राप्त कर ली है किन्तु इसके साथ कुछ चुनौतियां भी हैं, जैसे मिट्टी का औसत जीवंश घट रहा है। वायु एवं भू-जल प्रदूषित होता जा रहा है। रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों के अंधाधुंध प्रयोग से मानव, पशुओं एवं फसलों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। खेती पर किसानों की लागत दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। इन सभी समस्याओं का स्थायी समाधान प्राकृतिक खेती है, जिसके लिये पर्याप्त जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन समय की मांग है।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण हितैषी प्राकृतिक खेती देशी गाय एवं देशी बीजों का संरक्षण करके लागत को लगभग शून्य कर देती है तथा मानव स्वास्थ्य में सतत् सुधार करती है। मृदा में जीवांश की वृद्धि कर जल संरक्षण में महती भूमिका निभाती है साथ ही प्राकृतिक खेती सहफसली खेती को प्रोत्साहित करती है।
संजय आर. भूसरेड्डी ने यह भी बताया कि गन्ना विकास विभाग द्वारा सरदार वल्लभभाई पटेल यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एण्ड टेक्नोलॉजी, मेरठ में प्राकृतिक खेती (Natural Farming) विषय पर आयोजित होने वाली इस वृहद मेला गोष्ठी में सहारनपुर, मेरठ एवं मुरादाबाद गन्ना परिक्षेत्रों के प्राकृतिक खेती के प्रति अभिरूचि रखने वाले प्रगतिशील गन्ना कृषकों, जिला गन्ना अधिकारियों, ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षकों, गन्ना पर्यवेक्षकों एवं चीनी मिल के गन्ना विकास से जुड़े कार्मिकों तथा अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा।