रेल कर्मियों ने देश भर में किया प्रदर्शन
नई दिल्ली। रेलवे कर्मचारियों ने भारतीय रेलवे के मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (एचआरएमएस) में विभागीय यात्रा पास, आरक्षण और भविष्य निधि संबंधी सुविधाओं के उपयोग में आ रही दिक्कतों को लेकर रोष व्यक्त किया है और रेलवे बोर्ड के उच्चाधिकारियों से इन्हें दूर करने की मांग की है।
ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन (एआईआरएफ) के आह्वान पर गुरुवार को देश भर में हर प्रतिष्ठान पर रेल कर्मचारियों द्वारा 'एचआरएमएस' के माध्यम से मिलने वाली रेलकर्मियों की सुविधाओं जैसे यात्रा पास, आरक्षण एवं भविष्य निधि में आ रही दिक्कतों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर इसे तत्काल सुधारने अथवा बंद करने की मांग की गई।
एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने बताया कि रेलकर्मियों एवं उनके परिवारों को पास की सुविधा, अंग्रेजो के शासन काल से प्राप्त है पर यह पहली बार हो रहा है कि उनकी सुविधा पर येन-केन प्रकारेण रोक लगाने की कोशिश हो रही है जिससे उनमें बहुत आक्रोश हैं। यहाॅ तक की उनके घर शादी, बीमारी, बच्चो की पढ़ाई के लिए भविष्य निधि से रकम निकालने के आदेशों के बावजूद एचआरएमएस में आ रही दिक्कतों के कारण कर्ज लेने के लिए मजबूर हो रहे है।
शिव गोपाल मिश्र ने कहा कि ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन द्वारा रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष के समक्ष इस मसले को उठाने के बाद इसे 31 मार्च 2021 तक टाल दिया गया पर इसमे अभी तक सुधार नही हुआ। इस व्यवस्था को संचालित करने वाली संस्था ''क्रिस'' ने ना तो लोगो को प्रशिक्षण दिया और ना ही उनका सर्वर ठीक तरह से काम करता है। यह भी सत्य है कि अधिकांश संख्या में रेलकर्मी इस व्यवस्था से पूर्णरूप से अनभिज्ञ है।
उन्होंने बताया कि इन्हीं परेशानियों से पीड़ित लाखों रेल कर्मचारियों ने आज देशभर में अपने प्रतिष्ठानों पर प्रदर्शन कर इसका विरोध किया।