मुनाफाखोर सक्रिय - बढे रिफाइंड के दाम - डीएम ने शुरू की छापेमारी
कानपुर। रूस एवं यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग का लाभ उठाने के लिए मुनाफाखोर सक्रिय हो गए हैं। रिफाइंड तेल के दामों में रातों-रात आई तेजी से जैसे ही हल्ला मचा तो डीएम की ओर से मामला संज्ञान में आते ही छापामार कार्यवाही के लिए अधिकारियों की टीम गठित कर दी गई है।
रूस एवं यूक्रेन के बीच 3 दिन पहले शुरू हुई जंग लाभ उठाने के लिए बाजारी मुनाफाखोर भी कारोबारी सक्रिय हो गए हैं। बाजार में अचानक रातों-रात रिफाइंड तेल एवं सरसों के तेल में 20 रूपये प्रति लीटर तक की तेजी आ जाने से बाजार में हाहाकार मच गया। फार्च्यून रिफाइंड का पैकेट जो पहले थोक बाजार में 143 रूपये प्रति लीटर था वह थोक बाजार में 163 रूपये का बेचा जाने लगा। फुटकर कारोबारी भी 170 से लेकर 180 रूपये प्रति लीटर बेचने लगे। इसी प्रकार अन्य ब्रांड के रिफाइंड तेलों में भी बाजार में बढ़ोतरी हो गई। मुनाफाखोरी की इस कारगुजारी की जब सोशल मीडिया पर बात चली तो मामला जिला अधिकारी के संज्ञान में पहुंच गया। मुनाफाखोरी की कारगुजारी को काबू में करने के लिए जिलाधिकारी ने जीएसटी एवं खाद्य विभाग के अफसरों की टीमों का गठन कर दिया है। 7 टीमें गठित कर उसे निर्देश दिए गए हैं कि वह सभी खाद्य पदार्थों की दुकानों की जांच करें और सुनिश्चित करें कि ग्राहकों को अधिक दाम पर वस्तुएं नहीं बेची जाए। अगर किसी दुकानदार को किसी भी खाद्य वस्तु को ज्यादा दाम पर बेचते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।