जन्मदिन पर ही सरकार ने कलेक्टर को डाल दिया वेटिंग लिस्ट में
लखनऊ। कोई भी व्यक्ति हमेशा अपने जन्मदिन पर गुड न्यूज़ के इंतजार में ही रहता है लेकिन अगर जन्मदिन पर ही उसके लिए अच्छी खबर ना हो तो उसका मायूस होना लाजमी है। ऐसा ही हुआ उत्तर प्रदेश में, जब सरकार ने आज उसके जन्मदिन पर उसको जिलाधिकारी पद से हटाते हुए वेटिंग लिस्ट में डाल दिया। जानिए खोजी न्यूज़ की यह खबर।
उत्तर प्रदेश कैडर के पीसीएस अफसर अनुराग पटेल विभिन्न पदों काम करने के बाद साल 2015 में आईएएस कैडर में प्रमोट हो गए थे। 5 नवंबर 1964 को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में जन्म लेने वाले अनुराग पटेल का आईएएस में 24 सितंबर 2015 को प्रमोशन हो गया था। आईएएस में प्रमोशन के बाद उन्हें सबसे पहले मैनपुरी जनपद में 3 मार्च 2015 को मुख्य विकास अधिकारी के पद पर पोस्टिंग मिली। लगभग 10 महीने तक सीडीओ मैनपुरी के पद पर काम करने वाले अनुराग पटेल को 20 जनवरी 2016 को वेटिंग लिस्ट में डाल दिया था। इसके बाद अनुराग पटेल को प्रबंध निदेशक शुगर कॉरपोरेशन एवं डायरेक्टर गन्ना संस्थान की जिम्मेदारी 12 फरवरी 2016 को मिली।
लगभग 2 महीने तक इस पद पर रहने के बाद अनुराग पटेल को पहली बार उत्तर प्रदेश सरकार ने 27 मार्च 2016 को फर्रुखाबाद का डीएम बनाकर भेजा गया था। लगभग 3 महीने तक फर्रुखाबाद डीएम के तौर पर काम करने वाले अनुराग पटेल को 9 जून 2016 को विशेष सचिव गृह विभाग उत्तर प्रदेश शासन बनाया गया था। लगभग 22 महीने तक विशेष सचिव गृह के पद पर काम करने वाले अनुराग पटेल को यूपी सरकार ने दूसरी बार 12 अप्रैल 2018 को मिर्जापुर का डीएम बनाया था। यहां 31 अक्टूबर 2019 तक रहने के बाद उन्हें विशेष सचिव उत्तर प्रदेश सरकार के पद पर भेजा गया था। 14 सितंबर 2021 को अनुराग पटेल को योगी सरकार ने बांदा जनपद के कलेक्टर के तौर पर तैनात किया, जहां पर वह काम कर रहे थे। आज अनुराग पटेल का जन्मदिन था। जन्मदिन की तैयारियों के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने आज उनको बांदा के जिला अधिकारी की जिम्मेदारी से मुक्त करते हुए वेटिंग लिस्ट में डाल दिया है।
जब अपने ड्राइवर को डीएम ने खुद गाडी चलाकर छोड़ा था घर
बांदा में कलेक्टर अनुराग पटेल ने ऐसी मिसाल पेश की थी, जिसकी हर तरफ तारीफ हुई थी। दरअसल, डीएम अनुराग पटेल ने अपने सरकारी ड्राइवर इम्त्याजुद्दीन को रिटायरमेंट पर अनोखे अंदाज में विदाई दी। डीएम ने अपने ड्राइवर की विदाई को यादगार बनाने बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। इस मौके पर उन्होंने खुद गाड़ी चलाई और अपनी सीट पर बैठाकर अपने ड्राइवर को घर तक छोड़कर आए। कलेक्टर अनुराग पटेल ने इम्त्याजुद्दीन खान का फूल माला पहनाकर अभिनंदन किया और उन्हें स्मृति चिह्न देकर शुभकामनाएं दी थी। इसके बाद जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने गाड़ी को फूल माला से सजवाकर ड्राइवर को खुद घर तक छोड़ा। इस नजारे को जिनसे भी देखा वो हैरान रह गया और अनुराग पटेल की तारीफ भी की थी।
अनुराग पटेल तब भी सुर्ख़ियों में आये थे, जब उन्होंने बांदा में मिशन शक्ति अभियान -3 के अंतर्गत एक नई शुरूआत ''साक्षर प्रधान गाॅव की शान'' जैसी अनोखी पहल निरक्षर प्रधानों को साक्षर बनाने के लिए की पहल की थी। उन्होंने जनपद के ग्राम पंचायत सिंघौटी में निरक्षर प्रधान माया देवी को पढ़ाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया था तो लोगों ने उनके इस अभियान की सराहना की थी।