MZN प्रशासन प्रदूषण को लेकर अलर्ट- कर ड़ाली सख्त कार्रवाई
मुजफ्फरनगर। प्रदूषण लगातार तेजी से बढ़ता जा रहा है। प्रदूषण के रोकथाम हेतु पराली, रबड़, प्लास्टिक, कूड़ा, पाॅलिथिन जैसी वस्तु जलाने पर पांबदी लगी हुई है। प्रदूषण ज्यादा बढ़ जाने के कारणवश दीपावली जैसे त्यौहार पर भी पटाखे जलाने पर भी रोक है। जिससे कि प्रदूषण कम हो सके। जिसको लेकर जनपद के अधिकारी पूरी तरह अलर्ट है। अधिकारियों ने के.के डुपलेक्स पेपर मिल का निरीक्षण किया तो उसी दौरान अधिकारियों को के.के डुपलेक्स पेपर मिल में रबड, प्लास्टिक जलती हुई मिली। जिस पर अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए के.के डुपलेक्स पेपर मिल को सीज कर दिया है। बीते दिन 6 कोल्हूओं को सीज कर एक-एक लाख रूपये का जुर्माना लगाया था।
एडीएम प्रशासन अमित कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदूषण कंट्रोल रूम के आर.ओ को सूचना मिली थी कि भोपा रोड़ पर एक फैक्ट्री है, जिस पर प्रतिबंधित प्लास्टिक का प्रयोग किया जा रहा है। सूचना पर एसडीएम सदर दीपक कुमार के साथ प्रदूषण विभाग के अधिकारी टीम के साथ पहुंचे। अधिकारियों के वहां पहुंचने पर सूचना सही पायी गयी थी और इसलिये के.के डुपलेक्स पेपर मिल को तत्काल प्रभाव से बंद करा दिया गया। प्रदूषण कंट्रोल रूम ने पेपर मिल पर जुर्माने के लिये उत्तर प्रदेश के नियंत्रण बोर्ड को अपनी सूचना भेजी है।
इसके अलावा अन्य जो फेक्ट्रियां है, उस पर भी लगातार जाँच चल रही है। इसमें लगभग 90 अधिकारी सुपरविजन में लगे हुए है। ईपीसीबी की कमेटी ने रिकेमंडेशन किया था कि जो ये भोपा रोड़ है। पेपर मिल पर प्लास्टिक वेस्ट पड़ा हुआ था। उन सबको भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देश पर सभी कम्पनियों ने वहां से प्लास्टिक वेस्ट हटा दिया है। जो फ्लाईयेश पर जो वेस्ट पड़ा हुआ था वहां से खाली हो चुका है। इसी को देखते हुए पहले भी प्रदूषण विभाग 24 फैक्ट्रियों पर 99 लाख का जुर्माना लगा चुका है।
बीते दिन जानसठ में 6 कोल्हूओं पर प्रतिबंधित प्लास्टिक का प्रयोग किया गया था। प्रदूषण विभाग ने प्रतिबंधित प्लास्टिक व रबड़ जलाने पर 6 कोल्हूओं को सीज किया और इसके साथ-साथ एक-एक लाख रूपये का जुर्माना भी लगाया था। मुजफ्फरनगर के अफसर प्रदूषण की राकथाम के लिये पूरी तरह से अलर्ट दिखाई दे रहे है। अफसर प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहे है। प्रदूषण कंट्रोल ने दो एंटी स्मैक गन का खरीदी है, जिससे सिटी के क्षेत्रों में प्रदूषण नियंत्रण करने में काफी सहायता मिलेगी।
जनपद में जितनी भी फैक्ट्रियां है उनकी सघन जाँच चल रही है और जो-जो जैसे-जैसे शिकायत मिल रही है। उस पर वैसे-वैसे जाँच चल रही है। हम प्रयास कर रहे है, जो उनका इंडस्ट्रियल वेस्ट हमारी नदियों में आकर मिलता है। उस पर हर तरीके से प्रभावी कार्रवाई की जाये। इसके बाद निर्देश भी जारी किये गये कि अगर प्रदूषण में कोई बढ़ोतरी की जाती है तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जायेगी।
रिपोर्ट- नसीम सैफी/ फिरोज अली खोजी