टाॅपर अफसर हैं मल्लप्पा- जब बाबा बुजुर्ग का सहारा बने थे कलेक्टर
मुज़फ्फरनगर। जब आईएएस अफसर युवा अवस्था में थे तो उस दौरान उनका विचार एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनकर नई-नई खोज करते हुए किसानों की खेती किसानी के तौर-तरीकों में महत्वपूर्ण परिवर्तन करने का था। प्रयोगशाला में वर्क करने के दौरान युवक का मन सिविल सर्विसेज में जाने का बना। युवक ने मन बना लिया था कि जब तक उन्हें मंजिल नहीं मिलेगी, तब तक वह हार नहीं मानेंगे और सफलता की सीढ़ियों पर दौड़ते रहेंगे। युवक कड़ी मेहनत करता रहा और तीन-चार वर्षों का परिणाम भी सामने आ गया, जिसके बाद युवक का नाम टाॅपर लिस्ट में आया और उनके नाम के साथ में आईएएस अफसर लगने लगा। आईएएस अफसर के पिता भी चाहते थे कि उनका बेटा कुछ बड़ा करे, जिससे उनका नाम रोशन हो जाये। बेटे द्वारा हासिल की गई मंजिल से पिता का नाम रोशन हो गया। अब आईएएस अफसर जिलाधिकारी के रूप में जनसेवा कर रहे हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं साल 2011 बैच के आईएएस अफसर व मुजफ्फरनगर के कलेक्टर अरविन्द मल्लप्पा बंगारी की। मुजफ्फरनगर के कलेक्टर अरविन्द मल्लप्पा बंगारी पर पेश है खोजी न्यूज की खास रिपोर्ट...
गौरतलब है कि अरविंद मल्लप्पा बंगारी का जन्म 30 मार्च 1981 को हुआ। अरविंद मल्लप्पा बंगारी कर्नाटक के जिला गदग के रहने वाले हैं। उनके पिता सीए थे। अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने वर्ष 1997 में कर्नाटक के धारवाड़ में स्कूली शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात स्नातक की। स्नातक करने के बाद उन्होंने एग्रीकल्चर से एमएससी की। उन्होंने एक साल तक प्रयोगशालाओं में कार्य भी किया। अरविंद मल्लप्पा बंगारी विज्ञानी बनना चाहते थे और उनके पिता चाहते थे कि बेटा उनका नाम रोशन करके जनसेवा कर सके। प्रयोगशालाओं में वर्क करने के दौरान ही अरविंद मल्लप्पा बंगारी को सिविल सेवा के कामयाब अफसरों से परिचित होने का अवसर मिला। यहीं से ही उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा को पासआउट कर आईएएस अफसर बनना अपना लक्ष्य बना लिया था। वर्ष 2007 से अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने सिविल परीक्षा को पास करने के लिए कड़ी मेहनत करनी प्रारंभ कर दी थी। अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने वर्ष 2007 से 2010 तक कठिन परिश्रम के बाद सिविल सेवा का एग्जाम क्रेक कर आईएएस बनने की मंजिल को प्राप्त कर लिया। अरविंद मल्लप्पा बंगारी साल 2011 बैच के आईएएस अफसर बन गए। आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी के लिए सिविल सर्विसेज की परीक्षा की तैयारी से लेकर पास आउट करने तक सफर कठिन रहा लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने सिविल सर्विस परीक्षा में ओवरऑल 83वां स्थान और कर्नाटक एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज में 11वां स्थान प्राप्त किया था।
आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी को 29 अगस्त 2011 को मसूरी में ट्रेनिंग के लिए भेजा गया, जहां से उन्हें 28 मई 2012 को झांसी में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया। झांसी में प्रशिक्षण होने के पश्चात शासन ने आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी का तबादला करते हुए 14 अगस्त 2013 को संत कबीर नगर में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात किया। इसके पश्चात शासन द्वारा आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी का संतकबीर नगर से ट्रांसफर करते हुए 14 सितंबर 2013 को आगरा के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर कार्यरत किया गया। आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने आगरा से स्थानांतरण होने के बाद 10 अगस्त 2014 को अयोध्या के सीडीओ के पद पर कार्यभार ग्रहण किया और इसी पद पर वह 25 अप्रैल 2017 तक तैनात रहे। इसके बाद उन्हें 26 अप्रैल 2017 को मथुरा जिले के जिलाधिकारी की कमान सौंपी गई। मथुरा में तकरीबन 8 महीने की तैनाती के बाद आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी को जौनपुर जिले का डीएम बनाया गया, जहां पर उन्होंने 11 अक्टूबर 2019 तक कलेक्टर की कमान संभाली। जौनपुर के डीएम के पद पर रहने के दौरान शासन ने आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी के हाथों में वेस्टर्न इलेक्ट्रिक सप्लाई निगम मेरठ के एमडी की बागडोर दी। अब आईएएस अफसर अरविंद मल्लपा बंगारी ने 18 जनवरी 2023 को मुजफ्फरनगर के कलेक्टर की कमान संभाली हैं।
गरीबों का सहारा बने थे डीएम- ठण्ड से ठिठुरते जरूरतमंदों की मल्लप्पा ने की थी मदद
जौनपुर में जिलाधिकारी के रूप में तैनाती के दौरान आईएएस अफसर अरविन्द मल्लप्पा बंगारी ने एक दिन रात्रि के तकरीबन 9 बजे विभिन्न स्थानों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेकर उन्होंने अलग-अलग तकरीबन 250 स्थानों पर अलाव जलवाने का कार्य किया था। भ्रमण के दौरान उन्हें कोतवाली इलाके के चैराहा पर एक बुजुर्ग ठंड से ठिठुरता हुआ दिखाई दिया तो आईएएस अफसर ने वहां पर पहुंचकर उन्हें कम्बल ओढ़ाया। बुजुर्ग बाबा ने अफसर को दुआएं दी। इसके बाद आईएएस अफसर ने विभिन्न स्थानों पर जाकर कम्बल का वितरण किया था। आईएएस अफसर द्वारा मोटी गांठदार लकड़ियां डलवाई गई थी, जिससे ज्यादा देर तक अलाव जलता रहे।
मुरादाबाद जिले में तैनात एसडीओ पर गिराई थी आईएएस अफसर ने गाज
गौरतलब है कि पीतलनगरी बिजली घर पर तैनात एसडीओ राजवीर सिंह कटारिया पर सूरज नगर पीतल बस्ती निवासी रवि ने संविदा पर नौकरी लगवाने के नाम पर एक लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। इसमें उसने बताया था कि छह महीने के बाद भी उसकी नौकरी नहीं लगी तो उसने अपनी रकम वापस मांगी। इस पर एसडीओ धमकी देने लगा। तब उसने बिजली विभाग के उच्चाधिकारियों से मामले की शिकायत की। इसी बीच एसडीओ का शराब पीकर डांस करने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। उक्त मामले पर संज्ञान लेते हुए बिजली विभाग के तत्कालीन प्रबंध निदेशक अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने एसडीओ का एक वर्ष तक वेतन वृद्धि पर रोक लगाने के साथ ही एसडीओ को किसी संवेदनशील पद पर तैनात नहीं करने का आदेश दिया था।
बिजली चोरों पर कसा था शिंकजा- पकड़ी थी करोड़ों रूपये की बिजली चोरी
बिजली विभाग के तत्कालीन प्रबंध निदेशक अरविन्द मल्लप्पा बंगारी ने पश्चिांचल के सभी 14 जिलों में शहर से लेकर गांवों तक बिजली चोरों के खिलाफ अभियान चलाकर बिजली चोरों के विरूद्ध कार्रवाई करने कार्य किया था। इस अभियान के तहत ही तत्कालीन प्रबंध निदेशक अरविन्द मल्लप्पा बंगारी की टीम ने मुजफ्फरनगर और मेरठ में करोड़ों की बिजली चोरी पकड़कर उनके खिलाफ कार्रवाई की थी
अधिशासी अभियंता को निलम्बित कर कराई थी FIR दर्ज
तत्कालीन प्रबंध निदेशक पीवीवीएनएल अरविंद मल्लप्पा बंगारी न मेरठ जिले के अधिशासी अभियंता संजय शर्मा के भ्रष्टाचारी आचरण का संज्ञान लेते हुए उन्हें निलम्बित कर दिया था और उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई थी।
मुजफ्फरनगर कलेक्टर का चार्ज संभालकर बताई अपनी प्राथमिकता
नवागंतुक जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी ने 20 जनवरी 2023 को कलेक्ट्रेट पहुंचकर कोषागार में विधिवत रूप से कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकताएं मेरी प्राथमिकता होगी। उन्होने कहा कि जनपद में संचालित समस्त योजनाओं को जमीनी स्तर पर प्राथमिकता के आधार पर लागू कराया जायेगा। उन्होने कहा कि जनपद के नागरिको के संरक्षक के रूप में कार्य करेगे और उनकी समस्याओें का हर सम्भव निदान करने के लिए हर समय उपलब्ध रहेगे।
नवागंतुक जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी ने कहा कि शासन की योजनाओं को मूर्त रूप प्रदान करने एवं विकास के कार्य को गति देना उनकी प्राथमिकता रहेगी। उन्होने कहा कि जनाकांक्षाओं के अनुरूप कार्य करेंगे। शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पंहुचाने का कार्य कराया जायेगा। उन्होने कहा कि फरियादियों की समस्याओं का निस्तारण समयबद्ध ढंग से कराया जायेगा। उन्होने कहा कि कार्यो में पारदर्शिता लायी जायेगी। उन्हेाने कहा कि समस्त कार्य विधि एवं नियमों के अन्तर्गत संपादित कराये जायेगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि पूर्व में जो योजनाए चल रही है उनको निरन्तर चलाया जायेगा। उन्होने कहा कि जीरो टाॅलरेंस की नीति अपनाई जायेगी। जनपद मे बेहतर व्यवस्था बनाई जायेगी।