सरकार के भरोसे पर खरा उतरा आबकारी विभाग- राजस्व जुटाने में बना रिकार्ड
लखनऊ। कोरोना काल में जब सब कुछ बंद था और उत्तर प्रदेश सरकार राजस्व के संकट से जूझ रही थी, तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आबकारी विभाग ने अपने लक्ष्य से अधिक राजस्व जुटाकर कोरोना संकट के बीच सरकार का एक महत्वपूर्ण संस्थान बनकर काम किया। आबकारी विभाग ने राजस्व एकत्र करने में आज भी रिकॉर्ड कायम किया हुआ है।
2017 में प्रदेश में योगी सरकार के गठन के बाद वरिष्ठ आईएएस अफसर संजय आर भूसरेड्डी को गन्ना विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया था। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के गन्ना किसानों के लिए बेहतर प्रबंधन को देखते हुए प्रशासनिक मुखिया के रूप में संजय आर भूसरेड्डी ने ऐसी व्यवस्था बनाई कि हर वर्ष गन्ना भुगतान में सुधार लगातार होता रहा। इसी बीच प्रदेश में शराब को लेकर जब कई घटनाएं सामने आई तब उत्तर प्रदेश सरकार ने संजय आर भूसरेड्डी को आबकारी विभाग का भी प्रमुख सचिव बना दिया था।
मार्च 2020 में जब कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन लग गया था तब उत्तर प्रदेश सरकार के सामने भी आर्थिक संकट खड़ा होने की आशंका जताई जाने लगी थी। इसी बीच कोरोना वायरस का प्रभाव कुछ कम हुआ तो आबकरी विभाग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद निर्णय लिया कि कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए प्रदेश में शराब की दुकानें खोली जाएंगी और यह निर्णय तब सफल होता दिखाई दिया जब शराब की बंपर बिक्री के बाद सरकार के खाते में एक बड़ा राजस्व जमा हो गया था।
अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भुसरेड्डी और आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन ने मिलकर इस वर्ष भी उत्तर प्रदेश सरकार के आबकारी राजस्व में 31 मार्च को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में 06 हजार करोड़ रुपये से अधिक का इजाफा कर दिया है।
आबकारी विभाग की ओर से जारी बयान के अनुसार वित्तीय वर्ष 2021-22 में 31 मार्च तक सरकार को 36,208.44 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। यह राशि पिछले साल की तुलना में 20.45 प्रतिशत अधिक (6147 करोड़ रुपये) है। गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में राज्य सरकार को 30,061.44 करोड़ रुपये का आबकारी राजस्व प्राप्त हुआ था।
आबकारी विभाग अपर मुख्य सचिव संजय आर भूसरेड्डी ने कहा कि विभाग ने अपने वादे के मुताबिक लक्ष्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि कोरोना की लगातार तीन लहरों में लंबे समय तक चले लॉकडाउन और रात्रिकालीन कर्फ्यू के बावजूद हासिल हुई है।