डीएम ने की बैठक- बोले शिकायतो का तत्काल किया जाये निस्तारण
मुजफ्फरनगर। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में उद्योग बन्धु एवं व्यापार बन्धुओ की बैठक सम्पन्न हुई। उक्त बैठक में उपायुक्त, जिला उद्योग केन्द्र परमहंस मौर्य द्वारा बिन्दुवार एजेण्डा पढते हुए उद्योग बन्धुओं की समस्या से जिलाधिकारी एवं अन्य विभागों को अवगत कराया।
उपायुक्त उघोग परमहंस मौर्य ने बताया कि जनपद में एप्रेंटिसशिप मेले के अन्तर्गत शिक्षुता प्रशिक्षण के माध्यम से युवाओ को उद्योगो/अधिष्ठानो तथा एम0एस0एम0ई0 में व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए भारत सरकार द्वारा शिक्षु अधिनियम-1961 लागू किया गया है। उद्योगो/अधिष्ठानो तथा एम0एस0एम0ई0 के प्रोत्साहन हेतु भारत सरकार द्वारा वर्ष-2016 से राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना (एन0ए0पी0एस0) तथा प्रदेश सरकार द्वारा मुख्य मंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना (सी0एम0ए0पी0एस0) को प्रारम्भ किया गया है। बैठक में एकल खिडकी योजना/ निवेश मित्र पोर्टल की समीक्षा, सरकारी अनुदान परक विभागीय योजनाओ की समीक्षा, एक जनपद एक उत्पाद, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सजृन योजना कार्यक्रम की जिलाधिकारी द्वारा समीक्षा की गई। बैठक में इन्डस्ट्रियल डवलपमेंट फाॅरम मु0 नगर द्वारा जौली रोड पर सूखे पेड की शिकायत पर जिलाधिकारी ने डी0एफ0ओ0 एवं विघुत विभाग को निर्देश दिये कि आापस में समन्वय बनाकर निस्तारण करे, अगली बैठक से पूर्व यह प्रकरण पूर्ण करने के निर्देश दिये।
बैठक में आई0आई0ए0 मु0 नगर, इन्डस्ट्रिल डवलपमैन्ट फाॅरम, फैडरेशन आॅफ मु0 नगर कामर्स एण्ड इण्डस्ट्री, मेसर्स बाबा इण्डस्ट्रिल गैसज,औ0 आस्थान मु0 नगर द्वारा समस्याओ से अवगत कराया गया। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा निर्णय करते हुए कुछ शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण करा दिया गया लंबित शिकायतों की समस्या के निस्तारण हेतु सम्बन्धित अधिकारियो को निर्देशित कर उन्हे आश्वस्त किया गया। जिलाधिकारी द्वारा समस्त उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि समस्त उद्योग बंधु जनपद की आर्थिक शक्ति है, जिनकी समस्याओं का निस्तारण करना प्रशासन का सर्वप्रथम कर्तव्य है, उद्योगो से सम्बन्धित समस्त समस्याओं का त्वरित निस्तारण कराया जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संदीप भागिया, अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह, उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र परमहंस मौर्य एवं अन्य विभाग के अधिकारियों के साथ उद्योग बंधु भी उपस्थित रहे।