आकस्मिक निरीक्षण कर जिलाधिकारी ने गौशाला में पकड़ा लाखों का घोटाला
बदायूँ। उत्तर प्रदेश के जनपद बदायूं में जिलाधिकारी मनोज कुमार ने दातागंज तहसील क्षेत्र के ग्राम कुरखेड़ा की गौशाला का आकस्मिक निरीक्षण कर लाखाें का घोटाला उजागर किया।
जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण में 149 रजिस्टर्ड गोवंशो के सापेक्ष मात्र 66 गोवंश ही मौके पर पाए गए। साथ ही पता चला कि 119 गोवंशो के भरण पोषण हेतु अतिरिक्त डिमांड कर लगभग साढ़े तीन लाख रुपए महीना फर्जी तरीके से हड़प कर लिए गए। गोवंश को बगैर दाने के सिर्फ भूसा खिलाया जा रहा था। पीने के पानी के लिए लगाया गया सोलर पंप भी खराब था। स्थानीय ग्रामीणों ने जंगली जानवरों द्वारा पशुओं को मारकर खाने की शिकायत भी जिलाधिकारी से की।
इसके अलावा तमाम प्रकार की अनियमितताओं को देखते हुए डीएम ने मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को पंचायत सचिव राज नारायण को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने व ग्राम प्रधान रामश्री की पावर सीज करने के निर्देश देते हुए दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये। साथ ही गौशाला के चार संरक्षको की सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी।
जिलाधिकारी ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों के साथ दातागंज तहसील क्षेत्र के गांव कुरखेड़ा में नवनिर्मित गौशाला का आकस्मिक निरीक्षण किया तो वहां घोर अनियमितताएं पाई गई। गो-वर्धन के नाम पर लाखों रुपए का फंड निकाला जा रहा था, किंतु वहां पलने वाली गायों की दशा बहुत ही दयनीय पाई गई। गोवंश को ठंड से बचाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। इसके साथ ही कुल रजिस्टर्ड गायों के सापेक्ष बहुत ही कम संख्या में गाय पाई गई और 119 गायों का फंड फर्जी तरह से प्रतिदिन निकाला जाता रहा है।
उन्होंने बताया कि सचिव के निलंबन और प्रधान की पावर सीज करने के साथ-साथ चार गौ संरक्षको की सेवाएं भी समाप्त की गई हैं। मामले की जांच डीपीआरओ को सौंपी गई है।
जिलाधिकारी ने बताया कि इसी प्रकार से लगातार पूरे जनपद में आकस्मिक छापामारी कर गोवंशों की स्थिति की जांच की जाएगी और दोषी लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
वार्ता