बिजली कर्मचारियों को 'फ्रंट लाइन वर्कर' की श्रेणी देने की मांग
मुज़फ्फरनगर। बिजली अभियन्ताओं, कर्मचारियों के बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित होने तथा तमाम के बिछड़ जाने से आहत बिजली इंजीनियरों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मांग की है कि निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए प्रतिबद्ध ऊर्जा निगमों के बिजली इंजीनियर और कर्मचारियों को 'फ्रंट लाइन वर्कर' की श्रेणी तत्काल प्रदान की जाये।
संघ के सहारनपुर क्षेत्रीय सचिव प्रणव चौधरी ने बताया कि बिजली अभियन्ता संघ के अध्यक्ष वीपी सिंह एवं महासचिव प्रभात सिंह ने संघ की कार्यकारिणी की सम्पन्न बैठक में बिजली अभियन्ताओं, कर्मचारियों एवं उनके परिजनों के बड़ी संख्या में कोरोना वायरस से संक्रमित होने एवं कई साथियों के निधन पर चिन्ता व्यक्त की गयी तथा इससे उत्पन्न परिस्थिति पर चर्चा हुई। बिजली विभाग जन सुविधा एवं आवश्यक सेवाओं के अन्तर्गत आने वाला विभाग है तथा विभाग के कार्मिकों द्वारा कोरोना काल की संकटपूर्ण परिस्थिति में प्रदेश की जनता को बिजली की निर्बाध आपूर्ति को सुनिश्चित कराने के सफल प्रयासों एवं तत्परता में विभाग के कार्मिकों का जन सामान्य से लगातार सम्पर्क में आने के कारण संक्रमित होने का क्रम जारी है।
ऊर्जा निगमों में बिजली अभियन्ताओं, कर्मचारियों एवं उनके परिजनों के सैकड़ों की संख्या में संक्रमित होने एवं तमाम साथियों के बिछड़ जाने के बावजूद वर्तमान विकट परिस्थिति में ऊर्जा सेक्टर के अभियंताओं एवं कर्मचारियों द्वारा पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण के साथ निर्बाध बिजली आपूर्ति प्रदान करने एवं किसी भी बिजली व्यवधान को पूरी तत्परता के साथ तत्काल दूर कर बिजली आपूर्ति सामान्य करने का कार्य किया जा रहा है।
संघ के सहारनपुर क्षेत्रीय सचिव प्रणव चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में अनुरोध किया गया है कि ऊर्जा सेक्टर में कार्यरत अभियन्ताओं एवं कर्मचारियों को फ्रंट लाइन वर्कर की श्रेणी प्रदान करने सम्बन्धी आदेश निर्गत करने के लिये सम्बन्धित को निर्देशित करने की कृपा करें।