प्रतिभा खोज परीक्षा - 2023 हेतु 15 अगस्त से 05 सितम्बर तक होगा आवेदन

प्रतिभा खोज परीक्षा - 2023 हेतु 15 अगस्त से 05 सितम्बर तक होगा आवेदन

लखनऊ। महानिदेशक, स्कूल शिक्षा उ0प्र0 विजय किरण आनन्द ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को उत्तर प्रदेश संस्कृत प्रतिभा खोज परीक्षा के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों में संस्कृत भाषा के प्रति पठन-पाठन की रूचि बढ़ाने की दृष्टि से उ०प्र० माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद, लखनऊ द्वारा संस्कृत पढ़ने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिये उत्तर प्रदेश संस्कृत प्रतिभा खोज परीक्षा-2023 आयोजित करने का निर्णय लिया गया हैं। उत्तर प्रदेश संस्कृत प्रतिमा खोज परीक्षा-2023 हेतु आवेदन 15 अगस्त से 05 सितम्बर 2023 तक किये जा सकते हैं। 24 सितम्बर 2023, दिन- रविवार परीक्षा आयोजित की जायेगी तथा तथा परीक्षा परिणाम की घोषणा 05 अक्टूबर 2023 को की जायेगी। प्रत्येक वर्ग से 30 (कुल-90) छात्रों को 1000/ -रू0 की छात्रवृत्ति प्रतिमाह एक वर्ष तक दी जायेगी।

इस परीक्षा का आयोजन सचिव, उ0प्र0 माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद, लखनऊ के प्रबन्धन में होगा। परीक्षा के लिए आवेदन परिषद की वेबसाइट www.upmssp.com पर किया जायेगा। परीक्षा तीन वर्गों प्रथमाः कक्षा- 06, 07, 08, पूर्व मध्यमाः कक्षा 09, 10 एवं उत्तर मध्यमा कक्षा 11,12 में आयोजित की जायेगी। प्रश्न पत्रों की व्यवस्था सभी वर्गों के लिए पृथक-पृथक की जाएगी। परीक्षा पूर्णतया बहुविकल्पीय प्रश्नों पर आधारित होगी । फलस्वरूप प्रश्न पत्र में 100 प्रश्न होंगे। प्रत्येक प्रश्न का अंक एक रहेगा। मूल्यांकन एवं परीक्षा परिणाम अध्यक्ष संस्कृत परिषद द्वारा गठित समिति द्वारा किया जायेगा। किसी विद्यालय में संस्कृत विषय सहित नियमित अध्ययन करने वाले किसी भी बोर्ड के विद्यार्थी प्रतिभाग कर सकते है। जनपद मुख्यालय स्तर स्थित राजकीय इण्टर कालेज में परीक्षा करायी जायेगी। राजकीय इण्टर कालेज न होने स्थिति में प्रतिष्ठित अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय में परीक्षा करायी जायेगी। परीक्षा का आयोजन जिला विद्यालय निरीक्षक की देखरेख में किया जायेगा।

महानिदेशक, स्कूल शिक्षा ने निर्देश दिये कि प्रतियोगी परीक्षा में सम्मिलित होने के लिये आवेदन करने वाले छात्र-छात्राओं का विवरण सचिव संस्कृत परिषद द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक को परीक्षा से एक सप्ताह पहले उपलब्ध कराया जायेंगा। जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा जनपद मुख्यालय स्थित राजकीय/अशासकीय सुविधा सम्पन्न विद्यालय को परीक्षा केन्द्र बनाया जायेगा। धारण क्षमता से अधिक प्रतियोगी होने की स्थिति में अधिक परीक्षा केन्द्र बनाये जायेंगे। निर्धारित तिथि पर परीक्षा सम्पन्न करायें जाने का दायित्व जिला विद्यालय निरीक्षक का रहेगा।











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