कलेक्टर सेल्वा कुमारी जे की कॉल से आरिफ की सांसों से टला संकट

कलेक्टर सेल्वा कुमारी जे की कॉल से आरिफ की सांसों से टला संकट

मुज़फ्फरनगर। शहर के अम्बा विहार में रहने वाले आरिफ की सांस जब उखडने लगी तो जिले की कलेक्टर सेल्वा कुमारी को मदद के लिए की गई एक कॉल से उसे ना सिर्फ बेड मिला बल्कि उसकी टूटने के करीब पहुंच गई सांसो को ऑक्सीजन भी मिल सका।


आरिफ की उम्र 36 साल के लगभग है। तीन बेटियों के पिता आरिफ को कुछ दिन पहले खांसी और बुखार की शिकायत हुई। जब डॉक्टर की दवाई से आराम नही मिला तो उसका सीटी स्कैन कराया गया । रिपोर्ट में उसके लंग्स में प्रॉब्लम दिखाई पड़ी तो तत्काल कोविड की जांच की गई, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी। आरिफ की दिक्कत बढ़ी तो अस्पतालों में बेड की किल्लत को देखते हुए परिजनों ने घर पर रहकर ऑक्सीजन लगाते हुए उनका एक चेस्ट के डॉक्टर से इलाज शुरू करा दिया मगर उसकी सेहत में कोई सुधार नही हुआ।

10 मई आते आते उसकी सांसो ने तेजी से उखड़ना शुरू कर दिया। सब परेशान थे, कहीं से अस्पताल में जगह नही मिल पा रही थी। इसी उधेड़बुन में 11 मई की सुबह आ गयी मगर जैसे जैसे ऊपर चढ़ने लगा आरिफ का ऑक्सीजन लेवल लगातार नीचे गिरने लगा तब आरिफ के चाचा खोजी न्यूज़ के एडिटर राशिद अली खोजी ने सुबह 8 बजकर 55 मिनट पर डीएम सेल्वा कुमारी जे को फोन मिलाया। फोन रिसीव हुआ तो उनको आरिफ की तबियत का हवाला देते हुए तत्काल कोविड अस्पताल में एक बेड उपलब्ध कराने की मांग की तो उन्होंने थोड़ा इंतज़ार करने को कहा । उनके इंतज़ार करने वाले शब्द ने उम्मीद तोड़ दी कि आरिफ को अस्पताल नही मिल पायेगा क्योंकि कोरोना के इस दौर में अक्सर अफसरों के आश्वासन की खबरें सुनाई पड़ती रहती है।


मुज़फ्फरनगर सीडीओ आलोक यादव

आरिफ को कैसे इलाज मिले इसी चिंता में परिवार बैचैन था तभी मुज़फ्फरनगर के सीडीओ आलोक यादव का फोन आता है और पूछते है " बताइये मरीज को आप कहाँ भर्ती करना चाहते है। बताया गया कि डिवाइन अस्पताल में । सीडीओ ओके बोलकर फोन रख देते । सीडीओ आलोक के फोन के बाद उम्मीद की किरण दिखाई देने लगती है तभी एक कॉल आती है । फोन रिसीव होने के बाद आवाज सुनाई पड़ती है " मैं एडिशनल सीएमओ बोल रहा हूँ । आप के लिए अस्पताल में बेड की व्यवस्था हो गयी है । आप डिवाइन ले जाओ या देवेंद्र सैनी के यहां, आपका मरीज भर्ती हो जायेगा।

जैसे ही फोन कटा तो आरिफ के परिजनों ने तुरंत डिवाइन अस्पताल की राह पकडी और वहां पहुंच गए। अब अस्पताल मैनेजमेंट की हीलाहवाली शुरू होने लगी। आरिफ की एम्बुलेंस में ऑक्सीजन खत्म होने को था, इससे परेशान होकर फिर सीडीओ आलोक यादव को फ़ोन किया गया तो उन्होंने तत्काल अस्पताल में एडमिट करा दिया।

आज 5 दिन बाद आरिफ की सेहत में बहुत सुधार है। उसका ऑक्सीजन लेवल ऊपर आ गया है। आरिफ अभी भी अस्पताल में एडमिट है मगर कलेक्टर सेल्वा कुमारी जे और सीडीओ आलोक की सक्रियता और सहयोग से आरिफ की लगभग टूट गयी सांसो को जीवन की सौगात मिलने की उम्मीद जग गयी है।

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