डीएम जसजीत कौर ने एडीएम अरविंद कुमार को बनाया धान खरीद प्रभारी
शामली। जिलाधिकारी जसजीत कौर ने बताया कि धान खरीद वर्ष 2020-21 की मूल्य समर्थन योजना के अंतर्गत धान खरीद के लिए अपर जिलाधिकारी अरविंद सिंह को प्रभारी अधिकारी धन खरीद नामित किये गए हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2020- 21 हेतु मूल्य समर्थन योजना अंतर्गत कृषको से सीधे धान खरीद किए जाने एवं क्रय योजना का किसानों को भरपूर लाभ दिए जाने के उद्देश्य जनपद में 07 कार्यरत विभिन्न संस्थाओं के क्रय केंद्र खोले गए हैं। उक्त संस्थाओं पर आज से ही किसान धान को सीधे क्रय केंद्र ले जा सकेंगे।
जिलाधिकारी जसजीत कौर ने यह भी बताया कि धान क्रय केन्द्र जनपद में 07 धान केन्द्र स्थापित किये गये हैं। खाद्य क्रय एजेंसियों द्वारा धान क्रय किया जाना है, जिसका विवरण निम्नानुसार है। (1) ब्लॉक थानाभवन क्रय एजेंसी खाद्य विभाग, क्रय केंद्र का नाम थानाभवन एट मंडी समिति मंडी परिसर थाना भवन, (2) क्रय एजेंसी पीसीएफ क्रय केंद्र का नाम एफएसएस हरण फतेहपुर, पता साधन सहकारी समिति लिमिटेड हरण फतेहपुर, (3) ब्लॉक कांधला क्रय एजेंसी पीसीएफ, क्रय केंद्र का नाम एफएसएस कांधला एट गंगेरू क्रय केंद्र का पता कार्यालय एफ एस एस कांधला निकट खंड विकास कार्यालय गंगेरू, (4) ब्लॉक का नाम कैराना एजेंसी खाद विभाग क्रय केंद्र का नाम कैराना एट आर्य पुरी क्रय केंद्र का नाम कार्यालय विपणन निरीक्षक कैराना निकट राजकीय गोदाम खाद एवं रसद विभाग कैराना बायपास रोड, (5) क्रय एजेंसी पीसीएफ क्रय केंद्र का नाम एफ एस एस इस्सापुर खुरगान एट मलकपुर क्रय केंद्र साधनप सहकारी समिति लिमिटेड इस्सापुर खुरगान, (6) ब्लॉक ऊन क्रय एजेंसी खाद विभाग क्रय केंद्र का नाम झिंझाना क्रय केंद्र कार्यालय विपणन निरीक्षक जैन जाना निकट राज्य की गोदाम खाद एवं रसद विभाग झिंझाना ऊन रोड, (7)क्रय एजेंसी पी0सी0एफ0 क्रय केंद्र का नाम एफ एस एस ऊन क्रय केंद्र कार्यालय एफ एस एस लिमिटेड ऊन ब्लॉक परिसर ऊन, 07 धान क्रय केन्द्र स्थापित किये गये हैं। बताया कि आज से ही धान क्रय एजेंसियां क्रियाशील कर दी गयी है। निर्धारित समय से धान खरीद का कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने केंद्र प्रभारियों को निर्देशित किया कि केंद्रों पर समस्त व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली जाएं किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने सभी क्रय केन्द्र प्रभारियों को निर्देश दिया कि बिचैलियों को धान क्रय एजेंसियों से दूर रखा जाए। किसानों से सीधे धान खरीद की जाए। किसी भी क्रय केन्द्रों से शिकायत मिलने पर प्रभावी कार्यवाही की जायेगी।