दुल्हन की ग्रैंड एंट्री-घोड़ी पर बैठकर अपने दूल्हे को लेने पहुंची दुल्हन
नई दिल्ली। सामाजिक व्यवस्था के तहत आमतौर पर दूल्हा बना युवक बैंड बाजे के साथ बारात लेकर दुल्हन के दरवाजे पर जाता है। इस ग्रैंड एंट्री को देखने के लिए तमाम गांव या आसपास के लोग शादी समारोह में शामिल होकर वर वधु को आशीर्वाद देते हैं। लेकिन दुल्हन बनी युवती जब घोड़ी पर सवार होने के बाद अपनी ससुराल में पहुंची तो दुल्हन की इस ग्रैंड एंट्री को देखने के लिए सड़क किनारे लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। दुल्हन जिधर से भी होकर निकली, लोग उसकी हिम्मत और हौंसले की तारीफ करते हुए नजर आए।
दरअसल बिहार के गया के चांदचौरा की रहने वाली एयर होस्टेज अनुष्का गुहा की शादी कोलकाता के रहने वाले एक युवक के साथ निर्धारित हुई थी। दूल्हा इन्वेस्टीगेशन में रिस्क मैनेजमेंट में नियुक्त है। हाथों में मेहंदी लगाकर दुल्हनिया बनी अनुष्का गुहा पुरानी व्यवस्थाओं और रीति रिवाजों पर चलने के बजाय खुद ही घोड़ी पर सवार होकर अपने दूल्हे राजा को लेने के लिए निकली। बैंड बाजे की धुन पर साथ चल रही बारात के साथ दुल्हन भी घोड़ी के ऊपर बैठी हुई झूमती रही और धूमधडाके के साथ अपने दूल्हे के पास पहुंची। इस दौरान बारातियों के अलावा घोड़े पर सवार अनोखी दुल्हन को देखने के लिए सड़क किनारे लोगों की भीड़ जमा होने लगी। यह अनोखी बारात जिधर से भी होकर गुजरी, उधर ही सड़क के दोनों और दुल्हनिया को देखने के लिए लोग बेताब दिखाई दिए।
हर कोई दुल्हन की हिम्मत और हौसले की तारीफ करता हुआ नजर आ रहा था। इस बाबत जब मीडिया कर्मियों की ओर से दुल्हन बनी एयर होस्टेज अनुष्का से पूछा गया तो उसने तपाक से कहा कि मैं होने वाले पति को लाने के लिए घोड़ी पर निकली हूं। सिर्फ लड़का ही क्यों बारात निकले? लड़की क्यों नहीं? उन्होंने कहा कि मैं इंडिगो में सीनियर केबिन क्रू के पद पर काम कर रही हूं। मैं अपने पति को लाने के लिए जा रही हूं। अनुष्का की मां का कहना है कि बेटा और बेटी में कोई अंतर नहीं है। समाज में जितना अधिकार बेटों का है उतना ही अधिकार बेटियों को भी है। अनुष्का की मां ने बताया कि शादी के पहले ही बेटी ने कहा था कि वह घोड़ी पर बैठकर दूल्हे को लेने के लिए जाएगी। इस पर घर वालों ने रजामंदी दे दी थी।