लुढ़का शेयर बाजार
मुंबई । अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों बढ़ोतरी की संभावना से घरेलू शेयर बाजारों में आज लगातार दूसरे दिन गिरावट रही।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 178.65 अंक यानी 0.34 प्रतिशत लुढ़ककर 52,323.33 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 76.15 अंक यानी 0.48 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,691.40 अंक पर बंद हुआ।
फेड ने वर्ष 2023 तक नीतिगत ब्याज दरों में 0.6 प्रतिशत वृद्धि की संभावना व्यक्त की है। उसने कहा है कि आने वाले समय में श्रम बाजार में सुधार और बेरोजगारी कम होने की उम्मीद है।
आईटी, टेक और एफएमसीजी को छोड़कर अन्य क्षेत्र की कंपनियों में बिकवाली हावी रही। इससे मझौली और छोटी कंपनियों पर भी दबाव बना। बीएसई का मिडकैप 1.29 फीसदी लुढ़ककर 22,396.07 अंक पर बंद हुआ। छोटी कंपनियों का सूचकांक स्मॉलकैप भी 0.58 प्रतिशत टूटकर 24,868.93 अंक पर रहा।
सेंसेक्स की 30 में से 20 कंपनियों के शेयर लाल निशान में और शेष 10 के हरे निशान में रहे। इंडसइंड बैंक में सबसे अधिक 2.91 प्रतिशत की गिरावट रही। डॉ. रेड्डीज लैब का शेयर 2.17 फीसदी, एनटीपीसी का 2.13 फीसदी और मारुति सुजुकी का 2.02 प्रतिशत लुढ़क गया।
बजाज ऑटो का शेयर 1.52 प्रतिशत, एक्सिस बैंक का 1.51 प्रतिशत, भारती एयरटेल का 1.44 प्रतिशत, एचडीएफसी का 1.37 प्रतिशत, भारतीय स्टेट बैंक का 1.35 प्रतिशत और ओएनजीसी का 1.30 प्रतिशत नीचे बंद हुआ। एचडीएफसी बैंक में 1.23 फीसदी, आईसीआईसीआई बैंक में 1.16 फीसदी और आईटीसी में 1.13 फीसदी की गिरावट रही।
अल्ट्राटेक सीमेंट का शेयर 1.86 प्रतिशत, एशियन पेंट्स का 1.37 प्रतिशत, टीसीएस का 1.34 प्रतिशत, इंफोसिस का 1.13 प्रतिशत और टेक महिंद्रा का 1.04 प्रतिशत की बढ़त में बंद हुआ।
विदेशों में अधिकतर शेयर बाजार लाल निशान में रहे। जापान का निक्केई 0.93 प्रतिशत और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.42 प्रतिशत की गिरावट में बंद हुआ। वहीं, हांगकांग का हैंगसेंग 0.43 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.21 प्रतिशत की बढ़त में रहा। यूरोप में शुरुआती कारोबार में ब्रिटेन का एफटीएसई 0.49 प्रतिशत और जर्मनी का डैक्स 0.13 प्रतिशत टूट गया।
वार्ता