LPG गैस, डीजल, पेट्रोल और खाद्य तेल के बाद अब दूध के बढ़े दाम
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की दूसरी लहर की मार से उबरने का प्रयास कर रहे लोगों पर महंगाई चौतरफा अपनी मार दे रही है। एलपीजी गैस सिलेंडर से लेकर दूध, पीएनजी, सीएनजी, पेट्रोल और डीजल के साथ सरसों का तेल सब कुछ पहले के मुकाबले महंगा हो गया है। जिससे लोगों को अपनी आमदनी और खर्च में सामंजस्य बैठाने में परेशानी झेलनी पड़ रही है।
शनिवार को दिल्ली और एनसीआर के लोगों को अमूल के बाद अब मदर डेयरी ने भी जोर का झटका धीरे से दिया है। मदर डेयरी ने भी अपने दूध के दामों में इजाफा किए जाने का ऐलान किया है। 11 जुलाई से मदर डेयरी के दूध भी 2 रूपये प्रति लीटर के हिसाब से महंगे हो जाएंगे। इससे पहले करीब डेढ़ साल पूर्व मदर डेयरी ने अपनी दूध की कीमतों में इजाफा किया था। इससे पहले जुलाई की 1 तारीख को अमूल ने भी अपनी दूध की कीमतों में 2 रूपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। कीमतों में बढ़ोतरी किए जाने के समय अमूल की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया था कि दूध की पैकेजिंग की लागत में 30 से 40 प्रतिशत और परिवहन लागत में 30 प्रतिशत और ऊर्जा लागत में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
जिसके चलते उत्पादन लागत बढ़ गई है। माना जा सकता है कि दूध के दाम बढ़ने के बाद अब इन कंपनियों के पनीर, मक्खन, चीज, लस्सी आइसक्रीम और छाछ के अलावा चाय काफी, मिठाइयां और चॉकलेट के दामों में भी इजाफा हो सकता है। यदि महंगाई की बात करें तो इस महीने की 1 तारीख से बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 25 रूपये की बढ़ोतरी की गई थी। मई और जून माह में घरेलू सिलेंडर के दाम में कोई इजाफा नहीं किया गया था। 1 जुलाई को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में किए गए इजाफे के बाद दिल्ली में अब गैस सिलेंडर के दाम 834 रूपये हो गए हैं। जनवरी से अब तक एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 150 रूपये का इजाफा कर उपभोक्ताओं की जेब पर भार डाला जा चुका है। उधर डीजल और पेट्रोल के दाम तो लगभग रोजाना बढ रहे हैं। जिसकी तरफ सरकार समेत विपक्षी दलों का भी ध्यान नहीं है। 8 जुलाई को दिल्ली में सीएनजी के दाम 90 पैसे प्रति किलो बढ़ाए गए थे। वहीं घरेलू उपयोग के लिए पीएनजी की कीमत में भी बढ़ोतरी की गई है। इस तरह से उपभोक्ताओं पर चौतरफा महंगाई की मार पड़ रही है।