समस्या का हुआ समाधान, मिली किसानों को राहत
मुजफ्फरनगर। गन्ना विभाग ने गन्ना सेंटरों में तब्दीली कर दी। इस फेरबदल से किसानों के सामने गन्ना आपूर्ति की समस्या खडी हो गई। नये सेंटर पर किसान अपने गन्ने की आपूर्ति को तैयार नही हुए। मामला जब गन्ने की फसल को खेतों में ही चलाने तक पहुंची तो किसान यूनियन ने आकर मोर्चा संभाला। आनन-फानन में गन्ना विभाग ने बैकफुट पर आते हुए पुरानी व्यवस्था की बहाली करते हुए मामले का तूल पकडने के पहले ही निस्तारण कर दिया।
दरअसल शाहपुर ब्लाक और थाना क्षेत्र के गांव काकड़ा में पिछले काफी दिनों से गन्ना सेंटर को लेकर विवाद चल रहा था। जिसमें गन्ना विभाग द्वारा 102 किसानों के बांड तितावी सेंटर से हटाकर मंसूरपुर पर जोड़ दिये गये थे। इस फेरबदल का प्रभावित किसान विरोध कर रहे थे और उन्होंने अपना गन्ना मंसूरपुर मिल को न देकर खेत में ही आग लगाने तक की बात कह दी थी। 4 दिन पूर्व भारतीय किसान यूनियन जिला अध्यक्ष धीरज लाटियान ने गांव काकड़ा में पहुंचकर पीड़ित किसानों से बातचीत की और 12 फरवरी तक जिला प्रशासन को चेतावनी दी थी कि अगर किसानों की इस समाधान नहीं होता तो 13 फरवरी को जिलाधिकारी कार्यालय मुजफ्फरनगर पर काकड़ा के किसान भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में गन्ना लेकर जाएंगे।
भाकियू द्वारा दी गई दो टूक चेतावनी का यह असर हुआ कि गन्ना प्रशासन बैकफुट पर आ गया और शुक्रवार को मामले का समाधान निकालते हुए काकड़ा के किसानों को पूर्व की तरह तितावी मिल का सेंटर दे दिया गया है। बताया जा रहा है कि शनिवार को पर्ची जारी कर दी जाएगी।