ऑनलाइन मनेगा 7वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस- तैयारियां शुरू
मुजफ्फरनगर। भारतीय योग संस्थान के निःशुल्क योग साधना केंद्र ग्रीन लैंड माडर्न जूनियर हाईस्कूल मुजफ्फरनगर में 7वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह को मनाए जाने की तैयारी को लेकर एक आवश्यक बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता संस्थान के जनपद प्रभारी एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य योगाचार्य सुरेन्द्र पाल सिंह आर्य ने की।
बुधवार को आयोजित की गई बैठक में जिला प्रधान राजसिह पुण्डीर ने बताया कि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए 7वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह ग्रीन लैंड माडर्न जूनियर हाईस्कूल मुजफ्फरनगर के प्रांगण में मनाया जाएगा तथा नगर के बाकी साधक-साधिकाओं को ऑनलाइन कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को आयुष मन्त्रालय के कार्यक्रम के अनुसार आसन, प्राणायाम और ध्यान कराने की जिम्मेदारी सौंपी। जिला मंत्री योगेश्वर दयाल ने संगठन की मजबूती पर बल दिया। उन्होंने बताया कि किसी भी कार्य को सफल बनाने के लिए संगठन का मजबूत होना बहुत जरूरी है।
क्षेत्रीय प्रथान पूर्वी क्षेत्र राजमोहन ने कहा कि संस्थान देश-विदेश में निःशुल्क योग की शिक्षा एवं प्रचार प्रसार का कार्य कर रहा है। संस्थान के प्रचार-प्रसार में संस्थान की विश्व प्रसिद्ध पत्रिका योग मंजरी का विशेष महत्व है। इसलिये योग मंजरी के अधिक से अधिक सदस्य बनाकर घर-घर योग का प्रचार करने में संस्थान का सहयोग करें।
पश्चिमी क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रथान राजीव रघुवंशी नेकहा कि कोविड-19 के कारण पिछले वर्ष भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को सूक्ष्म रूप से ही मनाया गया था। इस वर्ष ऑनलाइन के द्वारा ग्रीन लैंड माडर्न जूनियर हाईस्कूल मुजफ्फरनगर को आयोजन स्थल बनाकर भव्यता प्रदान करने का अच्छा प्रयास है ।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे योगाचार्य सुरेन्द्र पाल सिंह आर्य ने कहा कि जिन-जिन पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को जिस जिस आसन व प्राणायाम को कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है वे अपनी पूरी तैयारी के साथ कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में पूरे जिले से लोग ऑनलाइन के माध्यम से जुडेगें। इसलिए हमने कार्यक्रम आम शिक्षक को न देकर अधिकारियों से ही कराने का निर्णय लिया। कार्यक्रम में कुछ योगी नवयुवक योगासन का विशेष प्रदर्शन करेंगे जो वास्तव में कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करेगा। अंत में क्षेत्रीय मंत्री तेजपाल के माता व पिता दोनों के आकस्मिक निधन पर दो मिनट का मौन धारण कर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई।