नेगेटिव गर्भवती महिला-कर दी कोविड-19 वार्ड में भर्ती-हुई मौत

मुजफ्फरनगर। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच उपचार पाने के लिए अस्पताल पहुंच रहे लोग प्रबंधन की लापरवाही और अव्यवस्थाओं के चलते मौत को गले लगाने को मजबूर हो रहे हैं। मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए ले जाई गर्भवती महिला को कोरोना नेगेटिव होने के बावजूद कोविड-19 वार्ड में भर्ती कर दिया गया। जहां समुचित उपचार के अभाव में महिला की मौत हो गई। पीड़ित पति ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। लेकिन नतीजा हमेशा की तरह सिफर ही रहा।

दरअसल सोशल मीडिया पर दिल्ली देहरादून राजमार्ग पर गांव बेगराजपुर स्थित मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में फैली अव्यवस्था को लेकर एक वीडियो वायरल हो रही है। वीडियो में अपना बयान दे रहे व्यक्ति ने अपना नाम गांव पलडी निवासी सचिन सैनी बताया है। उसका आरोप है कि बेगराजपुर स्थित मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में बनाए गए कोविड-19 वार्ड में भर्ती के बहाने मौत का नंगा नाच किया जा रहा है। सचिन सैनी ने बताया है कि उसकी पत्नी 6 माह की गर्भवती है। इलाज के लिए वह अपनी पत्नी को शुक्रवार को बेगराजपुर स्थित मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में लेकर आया था। भर्ती करने के लिए उससे कोरोना की आरटीपीसी जांच रिपोर्ट मांगी गई थी। उस समय उसकी पत्नी की कोरोना वायरस जांच नही हुई थी। जिसके चलते अस्पताल प्रबंधन द्वारा कोरोना जांच के लिये उसकी पत्नी का सैंपल ले लिया गया। आरोप है कि रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी उसकी पत्नी को जबरिया कोविड-19 में अस्पताल प्रबंधन द्वारा भर्ती कर लिया गया। इसके बाद अस्पताल में उसको समुचित उपचार नहीं मिला। जिसके चलते उसकी पत्नी की मौत हो गई है। सचिन का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की वजह से पत्नी की मौत के साथ ही उसका बच्चा भी चल बसा है। सचिन ने सवाल उठाया है कि कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव होने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन की ओर से उसकी पत्नी को जबरिया कोविड-19 भर्ती क्यों किया गया। इस बात को लेकर सचिन सैनी ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। लेकिन उसके सवाल का किसी ने भी जवाब नहीं दिया। गौरतलब तथ्य यह है कि हॉस्पिटल में 2 दिन पूर्व ही प्रशासन की पहल पर स्थापित की गई कोरोना हेल्प डेस्क पर भी कोई नहीं मिला। सचिन का आरोप है कि वह हेल्पलाइन नंबर भी 2 घंटे तक मिलाता रहा, लेकिन एक बार भी कनेक्ट नहीं हो पाया। अस्पताल के इमरजेंसी काउंटर पर भी सन्नाटा था। रिसेप्शन भी पर भी उसे कोई नहीं मिला। सचिन सैनी ने इस सारे मामले की जांच कराए जाने की प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
