कोरोना का असर-10 मई तक बंद रहेंगे भागवत पीठ शुकतीर्थ के द्वार

मुजफ्फरनगर। दूसरी लहर के रूप में आई वैश्विक महामारी कोरोना के भयंकर संक्रमण को देखते हुए भागवत पीठ श्री शुकदेव आश्रम, शुकतीर्थ के द्वार 30 अप्रैल 2021 से 10 मई 2021 तक बंद करने का निर्णय लिया गया है। आश्रम स्थित सभी मंदिरों में विधिवत आरती, पूजा-अर्चना पुजारियों द्वारा होती रहेगी।
बृहस्पतिवार को तीर्थ नगरी शुकतीर्थ स्थित भागवत पीठ श्री शुकदेव आश्रम के द्वार 30 अपैल से लेकर आगामी 10 मई तक के लिये बंद कर दिये गये। श्री शुकदेव अन्नक्षेत्र के द्वार पर तीर्थ के संत महात्माओं, असहाय और जरुरतमंदों को समयानुसार प्रातःकाल नाश्ता, दोपहर और सायं भोजन पूर्व की भांति वितरित होता रहेगा। भागवत पीठ श्री शुकदेव आश्रम की ओर से सभी श्रध्दालुओं से प्रार्थना की गई है कि वह अपने-अपने घरों में रहकर ही पूजा अर्चना करें।
भागवत पीठ की तरफ से कोरोना काॅल में सभी से कोविड-19 गाईड लाइन का पालन करते हुए सभी के स्वस्थ एवं सुखद जीवन की मंगल कामना की गई हैं। गौरतलब है कि देशभर में चल रही कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर चारों तरफ अपने पांव पसारते हुए लोगों को संक्रमित कर रही है। बड़ी संख्या में लोगों के बीमार हो जाने से अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन के अलावा उपचार में जरूरी दवाइयों की किल्लत पैदा हो गई है। जिसके चलते कई राज्यों में लॉकडाउन लगाते हुए वीकेंड कर्फ्यू और रात्रि कफ्र्यू आदि पाबंदियों की व्यवस्था लागू की गई है। लागू की गई इन सभी पाबंदियों का उददेश्य यही है कि सडकों पर लोगों की बेमतलब की आवाजाही रुके।
जिससे कोरोना को अपना विस्तार करने का मौका ना मिल सके। इसके बावजूद भी अनेक लोग ऐसे हैं जो सोशल डिस्टेंसिंग के रूप में सामाजिक दूरी का तो पालन कर ही नहीं रहे हैं बल्कि वह बिना मास्क लगाए ही बाजारों व सडकों पर में विचरण करते हुए कोरोना को अपने घर तक आने का आमंत्रण दे रहे हैं। हालांकि सरकार लगातार जागरूकता फैलाते हुए लोगों से कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करने की अपील कर रही है। मगर तमाम हालातों को देखकर भी लोग अपनी लापरवाही के रास्ते से हटने को तैयार नहीं है। इसी वजह से भागवत पीठ शुकतीर्थ के द्वार बंद किए गए हैं। जिससे तीर्थ नगरी शुकतीर्थ में कोरोना कोरोना संक्रमण का विस्तार ना हो सके।
