बोले भाजपाई-हम नही जानते कौन है चेयरमैन
मुजफ्फरनगर। पालिका किरायेदार व्यापारियों व चेयरपर्सन के बीच दुकानों की किरायेदारी, सिकमी किरायेदार व अन्य मामलोेेेें को लेकर खिचीं लकीर लगातार तल्ख रूप अखित्यार कर रही है। चेयरपर्सन की ओर से पांच व्यापारी नेताओं के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर दी गई तहरीर के खिलाफ रोष जताते हुए थाने पहुचें व्यापारियों ने अपनी गिरफ्तारी दी। पुलिस ने सिटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में व्यापारियों को गिरफ्तार करने की घोषणा करते हुए हाथोंहाथ उनकी रिहाई का ऐलान भी कर दिया।
मंगलवार को पालिका के किरायेदार दुकानदारों को सपाई बताते हुए चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल द्वारा नई मंडी थाने में पांच व्यापारी नेताओं उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन के प्रदेशाध्यक्ष कृष्ण गोपाल मित्तल, नगराध्यक्ष राकेश त्यागी, शिशुपाल, भानू और भूरा पर गंभीर आरोप लगाते हुए तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की थी। सपाई बताये जाने से खफा हुए व्यापारी नेताओं ने खुद को भाजपाई बताते हुए बुधवार को शहर में स्कूटर रैली निकालकर अपना विरोध जताया था। थाने में चेयरपर्सन की तहरीर के विरोध में कल की गई घोषणा के मुताबिक व्यापारी उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्ण गोपाल मित्तल के नेतृत्व के गुरूवार को थाना नई मंडी पर भारी गहमागहमी के बीच अपनी गिरफ्तारी देने के लिए पहुचें। मामला चेयरपर्सन और व्यापारियों से जुडा होने की वजह से सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार और सीओ धनंजय सिंह पुलिस फोर्स के साथ वहां पहले से ही मौजूद थे। व्यापारियों की तरफ से 62 लोगों की लिस्ट गिरफ्तारी के लिए पुलिस को दी गई।
सिटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पुलिस ने व्यापारियों की गिरफ्तारी की घोषणा करते हुए हाथों हाथ उनकी रिहाई का भी ऐलान कर दिया। बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए भाजपा का झंडा थामे और टोपी पहने व्यापारी नेता कृष्ण गोपाल मित्तल ने पालिका चेयरपर्सन के खिलाफ आग उगलते हुए खुद को भाजपाई बताया और कहा कि हम नही जानते कि चेयरपर्सन कौन है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मंत्री नरेश अग्रवाल और प्रदेशाध्यक्ष एमएलए नितिन अग्रवाल लगभग ढाई साल पहले भाजपा का दामन थामकर पार्टी में शामिल हो गये थे। उसी समय मुजफ्फरनगर इकाई ने भी भाजपा का दामन थाम लिया था। खुद को भाजपाई साबित करने के लिए उन्होंने कुछ तस्वीरे और भाजपा की सदस्यता रसीदें भी मीडिया को दिखाई। खुद पर लगे व्यापारियों से चंदा इकटठा करने और पालिका की दुकानों का किराया जमा ना कराने के आरोपों को नकारते हुए कहा कि व्यापारियों से चंदा लेने की रसीद दिखा दे तो मै राजनीति से सन्यास ले लूंगा। उन्होंने कहा कि समस्याओं से घिरे पालिका किरायेदारों को हम बीच मझदार में छोडकर अलग नही हो सकते। उन्होंने कहा कि पालिका के किरायेदार एक दो दिन में अपनी दुकानों का किराया जमा कराना शुरू कर देंगे।