प्रखर राष्ट्रवाद की स्थापना को शक्कर के द्रव्य से किया आशुतोष का अभिषेक
मुजफ्फरनगर। गुरु गोरखनाथ आराध्य दर्पण द्वारा सावन माह में शिवरात्रि तक प्रतिदिन भोलेनाथ का विशेष मुहूर्त में अलग-अलग द्रव्यों से अभिषेक करने का संकल्प लिया गया है। इसी कड़ी में आज शिवपुरी स्थित भगवान शिव शंकर के प्राचीन मंदिर में शक्कर से बने द्रव्य से अभिषेक कर भगवान शिव शंकर से प्रार्थना की गई। इस दौरान भगवान भोलेनाथ से प्रार्थना की गई कि हिंदुस्तान में प्रखर राष्ट्रवाद की स्थापना हो और सभी का कल्याण हो।
भगवान आशुतोष को श्रावण मास बहुत ही ज्यादा प्रिय है। इस मास में भोलेनाथ की जितनी भक्ति की जा सकती है, करनी चाहिए। भोलेनाथ दया के सागर हैं और इतने भोले हैं कि केवल जल चढ़ाने मात्र से अपनी कृपा का अमृत भक्तों पर बरसा देते हैं। श्रावण मास के पवित्र माह में शिवरात्रि तक प्रतिदिन गुरु गोरखनाथ आराध्य दर्पण द्वारा भगवान भोलेनाथ का अलग-अलग द्रव्यों से अभिषेक करने का संकल्प लिया गया है। इसी कड़ी में आज शहर के मौहल्ला शिवपुरी स्थित प्राचीन शिव मंदिर में शक्कर से बने द्रव्य से भगवान शिव शंकर का रुद्राभिषेक किया गया। रुद्राभिषेक विद्वान ब्राह्मण पंडित आशीष मिश्रा द्वारा पूर्ण विधि-विधान से संपन्न कराया गया। आज के रुद्राभिषेक की विशेष बात यह रही कि शक्कर से बने द्रव्य से भगवान शिव शंकर का पूर्ण रूप से अभिषेक किया गया। यह मंगल देव को अच्छा करने की स्थिति के लिए एक बहुत ही उत्तम उपाय हैं। कुंडली में अगर मंगल किसी भी प्रकार से पीड़ित हो तो इस प्रकार से अभिषेक करने से भगवान शिव शंकर की कृपा प्राप्त होती है। भगवान भोलेनाथ से प्रार्थना की गई कि हिंदुस्तान में प्रखर राष्ट्रवाद की स्थापना हो, सभी का कल्याण हो और सत्य सनातन धर्म का पूरी तरीके से प्रत्येक स्थान पर प्रचार-प्रसार हो। भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र, धतूरा, भांग, मिष्ठान, शहद आदि अर्पित किया गया। आज के इस पुनीत अवसर पर गुरु गोरखनाथ आराध्य दर्पण के संस्थापक साधक प्रवीण गर्ग सयोंजक मनोज सैनी, संजय बंसल, प्रफुल्ल भटनागर, प्रज्वल सैनी, विकास कुमार आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।