अनिल देशमुख आज कोर्ट में होंगे पेश
मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा धन शोधन और जबरन वसूली मामले में 02 नवंबर को गिरफ्तार महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को शनिवार को विशेष अदालत में रिमांड बढ़ाने को लेकर पेश किया जायेगा। उनकी रिमांड अवधि शनिवार को खत्म हो रही है।
राकांपा नेता को शनिवार सुबह सरकारी जेजे अस्पताल में चिकित्सीय जांच के लिये ले जाया गया।
ईडी ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह द्वारा लगाए गए रिश्वत के आरोपों पर पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मामला दर्ज होने के बाद उन्हें गृह मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सहायक निरीक्षक सचिन वाजे के जरिये दिसंबर 2020 और फरवरी 2021 के बीच कई ऑर्केस्ट्रा और बार मालिकों से जबरन लगभग 4.7 करोड़ वसूल किये थे।
ईडी ने दो नवंबर को अदालत में दावा किया था कि गृह मंत्री अनिल देशमुख धन शोधन मामले में सीधे तौर पर शामिल थे। ईडी ने सह आरोपी वाजे सहित दो और पुलिस अधिकारियों के बयान दर्ज किए हैं।
अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल अनिल सिंह और विशेष लोक अभियोजक हितेन वेनेगाओकर ने न्यायालय को बताया कि गृह मंत्री अनिल देशमुख ने दिल्ली की पेपर कंपनियों की मदद से इस रकम को अपने शिक्षा ट्रस्ट, श्री साईं शिक्षण संस्था को दान के रूप दिलाया था।
ईडी ने बताया कि गृह मंत्री अनिल देशमुख के बेटे ऋषिकेश भी इस काम में शामिल हैं। उन्होंने सुरेंद्र और वीरेंद्र जैन नामक दो लोगों से संपर्क किया था जिन्होंने हवाला के जरिये मिली नकदी के बदले उनके ट्रस्ट को दान दिया था।
उन्होंने बताया कि इस ट्रस्ट की देखरेख अनिल देशमुख का परिवार करता है।
एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने मंगलवार को कहा कि यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है और इसका उदेश्य महा विकास अघाड़ी के नेताओं को डराना है।
वार्ता