अब संभल में दरगाह विवाद- सरकार की भूमि पर बने होने का दावा
तहसीलदार का कहना है कि अब इन दस्तावेजों की जांच की जाएगी।;
संभल। शहर की शाही जामा मस्जिद के बाद अब चंदौसी के गांव जनेटा में बनी दरगाह शरीफ को लेकर विवाद शुरू हो गया है। सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करते हुए दरगाह के माध्यम से अवैध वसूली किए जाने का आरोप लगा है। मुतवल्ली ने दरगाह को वक्फ की संपत्ति होना बताते हुए प्रशासन को दस्तावेज सौंपे हैं। तहसील प्रशासन ने अब प्राप्त हुए दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है।
शहर की शाही जामा मस्जिद, जिसके कोर्ट सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी, के बाद अब तहसील चंदौसी क्षेत्र के गांव जनेटा में बनी दरगाह शरीफ के सरकारी जमीन पर बनी होने का दावा करते हुए एक ग्रामीण ने कहा है कि सरकारी जमीन पर बनाई गई दरगाह पर मेला लगाकर अवैध रूप से वसूली की जाती है।
शिकायत मिलने के बाद सक्रिय हुए प्रशासन की ओर से दरगाह के मुतवल्ली से कागजात मांगे गए थे। मुतवल्ली ने जमीन को वक्फ संपत्ति होना बताते हुए प्रशासन को दस्तावेज उपलब्ध करा दिए हैं।
प्रशासन का कहना है कि अब जांच के बाद सामने आएगा कि दरगाह वास्तव में किसकी भूमि पर बनी है, प्रशासन ने कहा है की प्रथमदृष्टया प्राप्त हुए दस्तावेजों में वक्फ की जमीन की पुष्टि नहीं हुई है। यदि जमीन सरकारी पाई जाती है तो बड़ी कार्रवाई की जाएगी।
चंदौसी के गांव जनेटा में आस्ताना आलिया कादरिया नौशहिया दरगाह को लेकर 3 दिन पहले ग्रामीण की ओर से जिला अधिकारी के पास की गई शिकायत में दरगाह के मुतवल्ली डॉक्टर सैयद शाहिद मियां पर दरगाह की भूमि पर अवैध कब्जा करने और फर्जी मुतवल्ली बनकर यहां मेला लगाकर अवैध उगाही करने का आरोप लगाया था।
तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह ने गांव में पहुंचकर दरगाह के संबंध में जानकारी हासिल करने और मौका मुआयना करने के बाद मुतवल्ली से दरगाह और भूमि के दस्तावेज दिखाने को कहा था।
शनिवार को मुतवल्ली ने तहसीलदार को दरगाह की भूमि संबंधित दस्तावेजों सौंप दिए है, तहसीलदार का कहना है कि अब इन दस्तावेजों की जांच की जाएगी।