आंगनवाड़ी कार्यकत्री भर्ती के लिए CDPO ने ली घूंस- DM ने किया सस्पेंड
सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए रिश्वत देने की हामी ही भर दी थी।;
बरेली। भ्रष्टाचार के मामले को लेकर की गई एक बड़ी कार्रवाई के अंतर्गत जिलाधिकारी ने आंगनबाड़ी कार्यकत्री भर्ती के लिए घूंस लेने के मामले में सीडीपीओ को सस्पेंड कर दिया है। भ्रष्टाचार के मामले को लेकर की गई इस कार्यवाही से अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार की ओर से भ्रष्टाचार के मामले को लेकर अंजाम दी गई एक बड़ी कार्रवाई के अंतर्गत आंगनवाड़ी में नौकरी दिलाने के नाम पर 70000 रुपए की रिश्वत लेने के मामले में बाल विकास परियोजना अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि सस्पेंड किए गए बाल विकास परियोजना अधिकारी कृष्ण चंद ने टीटोली गांव की रहने वाली वीरवती से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की नौकरी दिलाने के नाम पर 165000 की डिमांड की थी। महिला ने सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए रिश्वत देने की हामी ही भर दी थी।
सीडीपीओ ने कहा कि आधे रुपए पहले देने होंगे और बाकी बचे रुपए सिलेक्शन होने के बाद देने पड़ेंगे। रिश्वत देने की हामी भरने लगी वाली महिला ने ब्याज पर ₹70000 लेकर बाल विकास परियोजना अधिकारी को दे दिए और सबूत के तौर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा पैसे गिनने का वीडियो बना लिया।
जब विभाग की ओर से चयनित की गई आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की लिस्ट जारी की गई तो उसमें वीरवती का नाम नहीं था। इस पर तमतमाई महिला सीडीपीओ से मिलने पहुंची और जब नाम नहीं आने का कारण पूछा तो कुछ नहीं बताया।
बाद में महिला को पता चला कि सीडीपीओ ने दूसरी महिला से ढाई लाख रुपए ले लिए थे, जिसके चलते उसका सलेक्शन हो गया था।
महिला इस मामले को लेकर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार के पास पहुंच गई और शिकायत करते हुए कार्यवाही की डिमांड की। जिलाधिकारी ने इस मामले की मुख्य विकास अधिकारी से जांच कराई तो मामला सही निकला।
जिस पर जिलाधिकारी ने बाल विकास परियोजना अधिकारी को सस्पेंड करने का फरमान जारी कर दिया।