योगी ने पेश किया UP के चार साल का लेखा- जोखा

पुलिस सुधार को लेकर सरकार द्वारा कदम उठाए गए हैं। पुलिस लाइन में बैरक बनाये गए। थानों में बुनियादी जरूरतें पूरी की गई।

Update: 2021-03-19 08:39 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के 4 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मातहतों के साथ विकास पुस्तिका का विमोचन किया।

उत्तर प्रदेश में सरकार के चार वर्ष का कार्यकाल सफलता पूर्वक पूरा कर लेने के उपलक्ष्य में विकास पुस्तिका का विमोचन करने के बाद आयोजित प्रेस कांफे्रंस में पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में चार पहले आज के ही दिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी थी। हमने जो परिवर्तन किया है उसने प्रदेश को एक नई पहचान दी है। आज उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य से निकलकर विकास की तरफ तेजी के साथ आगे बढ़ा रहा है। पहले हमारा प्रदेश विकास के नाम पर देश के पहले 3 स्थान में कहीं भी अपनी जगह नहीं बना पाता था। लेकिन आज हमारा उत्तर प्रदेश विकास के मामले में दूसरे स्थान पर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से किये गये उपायों के चलते राज्य में बेरोजगारी कम हुई है, निवेश बढ़ा है, प्रति व्यक्ति आय बढ़ी, आज हम नए भारत नए उत्तर प्रदेश के रूप में उभरे हैं।


पहले की सरकारों ने प्रदेश के विकास के लिए केंद्र के साथ मिलकर काम नहीं किया। हमने राज्य की सत्ता में आने के बाद हर क्षेत्र में व्यापक काम किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल ने टीम वर्क के साथ काम किया है। यह वही उत्तर प्रदेश है जहाँ केंद्र की योजनाओं में कोई स्थान नही होता था। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ लेने के बाद देश के सभी प्रदेशों को योजनाएं दी, लेकिन पहले की सरकारों ने किसी भी योजना पर ध्यान नही दिया। सरकार द्वारा केंद्रीय योजनाओं को ईमानदार के साथ लागू किया, जिसका प्रतिफल यह रहा कि आवास योजना, शौचालय योजनाओं में प्रदेश ने देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों के हितों के लिए भी उत्तर प्रदेश सरकार ने काम किया। वर्ष 2014 के बाद किसान विकास का हिस्सा बना, जबकि पहले किसानों पर कोई ध्यान नही देता था। उन्होंने कहा कि पीएम द्वारा आरंभ किया गया स्वच्छ भारत मिशन नारी सम्मान का प्रतीक बना। उत्तर प्रदेश में 2 करोड़ 61 लाख शौचालय हमने बनाकर देश मे न0 1 का स्थान हासिल किया।

केंद्र की योजनाओं में पहले उत्तर प्रदेश बहुत पीछे था और आज उन योजनाओं में बेहतर परफॉर्मेंस करके यूपी बहुत आगे है। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों के लिए भी सरकार ने बड़े स्तर पर काम किया। पहले इसी प्रदेश में कोई पर्व शांति पूर्वक संपन्न नही होता था। लेकिन पिछले 4 सालों में किसी भी पर्व पर राज्य में कोई अशांति नही फैला पाया। उन्होंने कहा कि पहले बिगडी कानून व्यवस्था और असुरक्षा की भावना के चलते प्रदेश में कोई भी आना नही चाहता था। लेकिन अब प्रदेश उद्योगपतियों की पहली पसंद है। उन्होंने कहा कि पुलिस को भी प्रदेश में बड़े स्तर पर रिफार्म किया गया है। पिछले चार सालों के भीतर यूपी में रिकॉर्ड मात्रा में खाद्यान्न खरीद हुई। बिचैलियों की व्यवस्था को जड से खत्म करते हुए डीबीटी के जरिये 66 करोड़ की राशि सीधे किसानों के खाते में गयी। यूपी में गन्ना उत्पादन में न0 1 था लेकिन चीनी मिलों को बेचकर बीती सरकारों ने किसानों के साथ छल किया। हमारी सरकार ने 1 लाख 27 हजार करोड़ का गन्ना किसानों को भुगतान कराया।


उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीते 4 साल में सभी त्योहार और पर्व शांति पूर्वक सम्पन्न हुए है। प्रदेश में कहीं पर भी कोई दंगा नही हुआ। प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की गई, इसलिए यूपी में आज धारणा बदली है। उन्होंने कहा कि पुलिस सुधार को लेकर सरकार द्वारा कदम उठाए गए हैं। पुलिस लाइन में बैरक बनाये गए। थानों में बुनियादी जरूरतें पूरी की गई। थानों में महिला डेस्क बनाई गई। 59 नए थानें, 29 चौकियां, विजिलेंस के 10 और साइबर के 16 नए थाने स्थापित किये गए। उन्होंने कहा कि अपराध की प्रकृति बदली तो सरकार की ओर से 18 रेंज में नई विधि विज्ञान प्रयोगशालाएं बनाने का फैसला हुआ। अपराधियो के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के चलते प्रदेश में होने वाले अपराधों में कमी आई। उन्होंन कहा कि

कृषि की 11 सिंचाई परियोजना जो दशकों से लंबित थी वो हमारी सरकार ने पूरी की। जिससे किसानों को सिंचाई सुविधाओं का फायदा हुआ। उन्होंने बताया कि 9 और सिंचाई परियोजनाएं पूरी की जा रही हैं। किसानों के हितों के लिए लाइसेंस फ्री व्यवस्था की गई। 230 नए मंडी स्थल बनाये गए,मंडी शुल्क में 1 फीसदी की कमी किसानों के लिए की गई। उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 -12 के सर्वे में आदिवासियों को उपेक्षित छोड़ दिया गया था, लेकिन हमारी सरकार ने आवासीय योजनाएं थारूकोल और सहरिया जैसी जातियों के लिए दीं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सड़क और बिजली बहुत जरूरी थी। यूपी में बिजली की उपलब्धता पर ध्यान दिया। जिसका परिणाम यह रहा कि आज जिले में 24 तहसील पर 20 से 22 और गांवों में 16 से 18 घण्टे बिजली आ रही है।

उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों से सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर किया गया और जिला मुख्यालय को 4 लेन व तहसील को 2 लेन से जोड़ा गया। उन्होंने कहा कि सरकार के सरकार के सत्ता में आने के बाद गो आश्रय स्थल शहर और गांव में संचालित है जिनमें साढ़े 5 लाख गौवंश हैं। 80 हजार गौवंश हमने किसानों को दिए है। सरकार निराश्रित गोवंश की देखभाल के लिए किसानों को 900 रूपये प्रति माह भी देती है। उन्होंने कहा कि 56 हजार एकड़ जमीन भू माफियाओं के कब्जे से छुड़ाई गयी जमीन से प्रदेश में लैंड बैंक बना। सरकार द्वारा भूमि हीन लोगों को पट्टा भी जारी किया गया। प्रदेश में सरकार की निवेश परियोजनाओं से 35 लाख युवाओं को रोजगार मिला।

उन्होंने कहा कि सरकार के सत्ता में आने के बाद राज्य में डकैती में 65ः, हत्या में 19ः, बलात्कार में 45ः की कमी आई है। हमारी सरकार आने के बाद प्रदेश में 1 करोड़ 80 लाख रोजगार का सृजन एमएसई से हुआ है। उन्होंने कहा कि गंगा की अविरल यात्रा 1000 किमी यूपी में है। नमामि गंगे परियोजना से पहले कानपुर में 14 करोड़ लीटर सीवर गिरता था। जिससे जलीय जीव खत्म हो गए थे। लेकिन अब हालात बदल गए हैं। प्रयाग और वाराणसी में भी हालत खराब थे। लेकिन गंगा अब बदली हुई है। देश का पहला जल मार्ग हल्दिया से वाराणसी तक बनकर तैयार हो चुका है।  


उन्होंने कहा कि गंगा हमारी अर्थव्यवस्था का भी आधार है। पहली बार गंगा यात्रा का आयोजन उत्तर प्रदेश में हुआ था। जिससे आस्था के साथ अर्थव्यवस्था मजबूत हो सके। उन्होंने कहा कि गरीब पहले सिर्फ नारों तक सीमित थे। लेकिन हमारी सरकार में गरीबों के लिए कई योजनाएं चलाई हैं। 80 हजार राशन की दुकानें ई-पीओएस मशीन के साथ जोड़ी हैं। नई पोर्टेबिलटी व्यवस्था से राशन की सुविधा अब देश में कहीं भी ली जा सकती हैं, इससे सरकार को 1200 करोड का राजस्व बचा है। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों की उदासीनता की वजह से शिक्षा में नकल माफियाओं का तंत्र गहरा था, लेकिन अब हमने जड़ से उसे खत्म कर दिया। बेसिक शिक्षा परिषद में आपरेशन कायाकल्प लागू कर सवा लाख स्कूल में इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराया। सहारनपुर अलीगढ़ और आजमगढ़ में 3 नए विश्वविद्यालय बनाये गये। सरकार की अभ्युदय योजना के जरिये 18 लाख प्रतियोगी परीक्षार्थी जुड़े है।

उन्होंने कहा कि सभी 18 मंडलों में अटल आवासीय विद्यालय रजिस्टर्ड श्रमिकों के लिए बनाए गए। चार साल पहले स्वास्थ्य क्षेत्र में यूपी को सबसे कमजोर माना जाता था। जिसके चलते हमने 30 नए मेडिकल कॉलेज बनवाने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि आज प्रदेश में 2 एम्स संचालित हो रहे हैं। हमारी सरकार से पहले राज्य में इंसेफ्लाइटिस से अस्पतालों में बहुत मौतें होती थीं। लेकिन हमारी सरकार ने इंसेफ्लाइटिस पर 75 फीसदी तक काबू पा लिया है।

उन्होंने बताया कि यूपी में पहले 2017 तक 2 एक्सप्रेस वे थे, आज 5 एक्सप्रेस वे बन रहे। वर्ष 2017 तक लखनऊ और वाराणसी समेत सिर्फ 2 एयरपोर्ट थे आज 8 कार्यरत है। 3 नए इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर, कुशीनगर, और अयोध्या में बन रहे है और 17 नए एयरपोर्ट पर हम काम कर रहे। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 तक एक भी शहर मेट्रो से नही जुड़ा था। आज लखनऊ, नोएडा,ग्रेटर नोएडा मैट्रो से जुड़ गये है और कानपुर में जल्द ही मैट्रो शुरू होगी।



 


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