नहीं बचेगी याकूब कुरैशी की गर्दन-CA कर रहे अकाउंट की जांच
उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री रह चुके याकूब कुरैशी के ऊपर प्रशासन का शिकंजा अब और अधिक कसता हुआ जा रहा है
मेरठ। उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री रह चुके याकूब कुरैशी के ऊपर प्रशासन का शिकंजा अब और अधिक कसता हुआ जा रहा है, जिस तरह से सीए द्वारा की गई खातों की जांच पड़ताल में पता चला है कि उनके विभिन्न खातों में करोड़ों का लेनदेन हुआ है, उससे पूर्व मंत्री की गर्दन कानून के शिकंजे में फंसने से दूर तक भी बचती हुई नहीं लग रही है।
महानगर में पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड में बिना अनुमति के मीट पैकेजिंग एवं प्रोसेसिंग करने के मामले में पुलिस की ओर से अब चार्टर्ड अकाउंटेंट की मदद ली गई है। खातों की जांच पड़ताल में यह बात सामने आई है कि महानगर के लाल कुर्ती स्थित एक्सिस बैंक तथा इर्स्टन कचहरी रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक में कंपनी का करोड़ों का लेनदेन हुआ है।
प्रशासन की ओर से कराई जा रही जांच में इस बात को देखा जा रहा है कि अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से किस किस कंपनी से कितनी रकम ली गई है और किसे किसे रकम की अदायगी का काम किया गया है। चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा की जा रही जांच के बाद कंपनी को रकम देने और लेने वाले भी इस मामले में आरोपी बनाए जाएंगे।
एसपी देहात केशव कुमार का कहना है कि अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड के खातों में रकम के आदान-प्रदान से इस बात का पूरी तरह से पता चल जाएगा कि कब से यह फैक्ट्री संचालित हो रही थी और कितना माल फैक्ट्री में आया तथा कितना प्रोसेसिंग एवं पैकेजिंग कर संबंधित स्थानों को भेजा गया है। अभी तक की गई जांच में कुछ नाम सामने भी आए हैं, अब उनको भी आरोपी बनाकर उनसे पूछताछ की जाएगी।
उधर पता चल रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनके बेटे इमरान की राजधानी दिल्ली के कुछ रिश्तेदार मदद कर रहे हैं। पुलिस अब आरोपियों को संरक्षण देने के आरोप में याकूब के रिश्तेदारों को भी आरोपी बनाने की तैयारी में जुट गई है।