सब्जी व फलों का होगा निर्यात- संस्था को मिला लाइसेंस

किसानों की आय बढ़ाने की पहल की गई है और इसी के तहत अब फल और सब्जी का निर्यात किया जायेगा।

Update: 2021-02-04 08:15 GMT

जौनपुर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर में किसानों की आय बढ़ाने की पहल की गई है और इसी के तहत अब फल और सब्जी का निर्यात किया जायेगा।

जिला उद्यान अधिकारी हरिशंकर ने कहा है कि जिले के किसानों की आय को दोगुनी करने की पहल शुरू की है। एपीडा के माध्यम से किसान तेजी से जुड़ रहे हैं, साथ ही धर्मपुर कृषक प्रोडक्टर कंपनी को सरकार ने निर्यात के लिए लाइसेंस जारी किया है। जिले की यह पहली संस्था है जो किसानों के उत्पाद को दूसरे राज्यों व विदेश भेजेगी।

उन्होंने कहा कि जनपद में लगभग 61,760 हेक्टेयर में सब्जी का अनुमानित उत्पादन 12 लाख 65 हजार 480 टन है, हालांकि भंडारण की व्यवस्था के अभाव में सब्जियां सड़-गलकर नष्ट हो जाती हैं। ऐसे में किसान इन्हें कौड़ियों के भाव बेचने को विवश हैं। सरकार की पहल पर किसानों को उपज का अधिकतम मूल्य दिलाने के लिए एपीडा ने योजना लागू की है। इससे किसानों को अंतरराष्ट्रीय निर्यातकों से जोड़कर अच्छा बाजार मुहैया कराने संग उनकी माली हालत सुधारी जाएगी।

उन्होंने कहा कि मटर, आलू, गोभी, बैगन, शिमला मिर्च, मिर्च, करेला, गोभी, धनिया आदि सब्जियों व फल में आम व केला एपीडा की योजना में शामिल हो सकता है। शाहगंज क्षेत्र में मेंथा आयल का उत्पादन होता है। कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य वैज्ञानिक डा. नरेंद्र सिंह रघुवंशी ने कहा कि किसानों को उत्पाद का सही भाव नहीं मिल पाता था। वे अपने उत्पाद स्थानीय आढ़तियों को बेचते थे। निर्यात के लिए छोटी जोत के किसानों का समूह बनाकर कलस्टर में सब्जियों की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा।

जिला उद्यान अधिकारी ने कहा कि फल व सब्जियों के निर्यात के लिए यहां के 190 किसान एपीडा में पंजीकरण हो चुके हैं। धर्मापुर कृषक प्रोडक्टर कंपनी को एपीडा ने लाइसेंस भी दिया है। एपीडा के माध्यम से किसानों को उन्नत व जैविक खेती के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

वार्ता



 



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