UP में पर्यटन क्षेत्र में निवेश एवं रोजगार के असीमित अवसर
देश में पूंजी निवेश को आकर्षित करने के लिए मुख्यमंजी की संकल्पनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि कोरोना कालखण्ड के समय लाकडाउन के कारण पर्यटकों की संख्या में कमी आई। मौजूदा समय में पर्यटकों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। इसका श्रेय उत्तर प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था का होना एवं प्रदेश में एक स्थान से दूसरे स्थान तक कम समय में आने-जाने की सुविधा को जाता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इसके साथ ही देश में पूंजी निवेश को आकर्षित करने के लिए मुख्यमंजी की संकल्पनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है।
मंत्री जयवीर सिंह मंगलवार को एमटी विश्वविद्यालय में आयोजित विश्व पर्यटन दिवस से संबंधित दो दिवसीय सम्मेलन का शुभारम्भ कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 पूरे देश में पर्यटन सेक्टर को बढ़ावा मिले, इसलिए बुनियादी सुविधाओं के विकास पर तेजी से कार्यवाही की जा रही है। पर्यटन एक उभरता हुआ सेक्टर है। जिसमें निवेश के साथ ही रोजगार के साधन एवं आमदनी की भरपूर संभावनायें हैं। इसके साथ ही पर्यटन की गतिविधियॉ बढ़ने से सेवा प्रदाता संस्थाओं तथा टेªवल एजेंसियों को भी भरपूर कार्य मिलता है। इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी तेजी से बढ़ते हैं।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में नये-नये प्रयोग किये जा रहे हैं, जिसमें ईको टूरिज्म, वेलनेस आदि को बढ़ावा दिया जा रहा है। कई देशों की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर टिकी हुई है। पर्यटन का जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि वन ट्रिलियन प्लस डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में पर्यटन सेक्टर का विशेष योगदान होगा। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त किया जा रहा है। इसके अलावा वाराणसी, प्रयागराज, मथुरा, आगरा आदि स्थानों पर हेलीकाप्टर से पर्यटन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
इस अवसर पर अंग्रेजी विभाग की निर्देशिका प्रोफेसर कुमकुम रे, फिक्की के सीईओ एवं अध्यक्ष प्रतीक हीरा, विशेष सचिव अश्वनी कुमार पाण्डेय, निदेशक पर्यटन निदेशालय प्रखर मिश्रा, पर्यटन सलाहकार जे0पी0 सिंह तथा शिक्षक श्रद्धा श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।