मौत के बाद भी पैसे बनाने को मरीज का इलाज- परिजनों ने काटा बवाल
पथरी के ऑपरेशन के लिए अस्पताल में भर्ती कराए गए मरीज को चिकित्सक आईसीयू में ले जाकर उसका इलाज करते रहे
हापुड़। पथरी के ऑपरेशन के लिए अस्पताल में भर्ती कराए गए मरीज को चिकित्सक आईसीयू में ले जाकर उसका इलाज करते रहे। परिवारजनों को जब मौत के बाद भी पैसे बनाने को मरीज का इलाज किए जाने के गोरखधंधे का पता चला तो उन्होंने अस्पताल के भीतर और बाहर जमकर हंगामा काटा। सूचना पर दौड़ी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मरीज के पोस्टमार्टम के लिए चिकित्सकों का एक पैनल बनाया है। जांच में मरीज की पहले मौत हो जाने की रिपोर्ट पर अस्पताल का रजिस्ट्रेशन रद्द कर प्रशासन की ओर से कार्यवाही की जाएगी।
दरअसल भारतीय संस्कृति में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है। अगर वही डाक्टर पैसे बनाने के चक्कर मे मुर्दे का ही इलाज करने लगे तो चिकित्सकों की निष्ठा और उनके पेशे पर सवाल उठना लाजमी है। दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ के कोतवाली पिलखुआ क्षेत्र स्थित रामा मेडिकल कॉलेज में ग़ाज़ियाबाद के लोनी निवासी 39 वर्षीय विनोद सक्सेना को पित्त की थैली के ऑपरेशन के लिए 20 जून को भर्ती कराया गया था। सोमवार को मरीज के परिजनों ने बताया कि ऑपरेशन से पहले विनोद सक्सेना बिल्कुल ठीक थे और अपने पैरों से चलकर हॉस्पिटल आए थे। अस्पताल के डॉक्टरों ने मरीज को इलाज के लिये लाये जाने पर ओपीडी मे देखने के बाद विनोद को ऑपरेशन के लिए एडमिट कर लिया था। अगले ही दिन 21 जून को विनोद का पित की पथरी का ऑपरेशन डॉ भूपेंद्र प्रसाद ने कर दिया। परिजनों के अनुसार विनोद की अचानक हालत बिगड़ने पर चिकित्सकों ने मरीज को आईसीयू मे भर्ती कर दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर दवाइयां तो बराबर मंगाते रहे और मृतक विनोद का एक और ऑपरेशन करने के लिये कह दिया। मगर इस दौरान मृतक विनोद की पत्नी को भी उससे मिलने नहीं दिया गया।
रामा अस्पताल के आईसीयू में भर्ती विनोद की पत्नी ने सारी घटना अपने रिश्तेदार को बताई। विनोद के रिश्तेदार व दोस्त रामा मेडिकल कॉलेज पहुंच गए और डॉक्टरों से मरीज का हाल जानने लगे। उस समय भी चिकित्सकों ने मरीज की कंडीशन सीरियस तो बताई, मगर उन्हे मरीज से मिलने से मना कर दिया। परिजनों द्वारा ज़ब जबरन आइसीयू मे घुसकर विनोद को देखा तो विनोद बैड पर मृत पड़े थे। इस दौरान परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन के मृत मरीज के इलाज के नाम पर पैसे बनाने के घिनौने खेल की एक वीडियो भी बना ली, और अस्पताल पर पैसे के लिए मुर्दे का इलाज करने का आरोप लगाकर हंगामा काटा। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पीएम के लिए भेज दिया है और मामले की जाँच मे जुट गई है।
मृत मरीज के इलाज के नाम पर पैसे बनाने के खेल को लेकर सीएमओ रेखा शर्मा का कहना है कि मृतक के शव के पीएम के लिए एक चिकित्सकों का एक पैनल बनाया गया है। पीएम के बाद प्राप्त हुई रिर्पोट मंे सब कुछ साफ हो जायेगा। उन्होंने कहा है कि आरोपी पाए जाने पर अस्पताल का रजिस्ट्रेशन रदद कर दिया जायगा।