अधिकारियों ने नही की सुनवाई- किसान ने विधानसभा के सामने आग लगाई
अधिकारियों को शिकायती पत्र दिए जाने के बावजूद जमीन विवाद के मामले का समाधान नहीं होने से आहत हुए
लखनऊ। समाधान दिवस समेत अन्य सभी सक्षम अधिकारियों को शिकायती पत्र दिए जाने के बावजूद जमीन विवाद के मामले का समाधान नहीं होने से आहत हुए किसान ने विधानसभा भवन के सामने खुद के ऊपर मिट्टी का तेल उड़ेलकर आत्महत्या का प्रयास किया। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने आनन-फानन में कंबल डालकर किसान के कपड़ों में लगी आग को बुझाया। आग की चपेट में आकर झुलसे हुए किसान को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। जानकारी मिलने के बाद लखनऊ पहुंचे उन्नाव जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच पड़ताल के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को पीड़ित किसान के घर भेजा है।
शनिवार को उन्नाव जनपद के मलझा गांव का रहने वाला किसान महेश रावत राजधानी लखनऊ में पहुंचा। उसके घर वालों का कहना है कि लंबे समय से गांव की जमीन को लेकर किसान का गांव के ही व्यक्ति के साथ विवाद चल रहा था। महेश ने कई बार समाधान दिवस के अलावा अन्य सक्षम अधिकारियों को शिकायती पत्र दिए। मगर जिला प्रशासन की ओर से उसके मामले का समाधान नहीं कराया जा सका। इसके अलावा किसान का पीएम आवास योजना के अंतर्गत मकान के लिये आर्थिक सहायता भी स्वीकृत हो गई थी, मगर पूर्व प्रधान द्वारा आवास निर्माण के लिए रुपया किसान के खाते में नहीं भिजवाया गया। प्रशासन की इसी हीला हवाली से तंग आकर शनिवार की सवेरे किसान अपने घर से निकलकर राजधानी लखनऊ में विधानसभा भवन के सामने पहुंच गया और वहां पर पहुंचते हुए खुद के ऊपर केरोसिन का तेल डालकर आग लगा ली। आग के घेरे में जब आसपास के लोगों ने किसान को बुरी तरह से लिपटा हुआ देखा तो उन्होंने पुलिसकर्मियों को जानकारी दी। मामले की जानकारी मिलते ही दौड़े पुलिसकर्मियों ने कंबल आदि डालकर किसान के बदन में लगी आग को बुझाया और उसे इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। उधर मामले की जानकारी प्राप्त होते ही उन्नाव के जिला अधिकारी रविंद्र कुमार एवं पुलिस अधीक्षक दिनेश त्रिपाठी आनन-फानन में लखनऊ पहुंच गए। उन्होंने तत्काल किसान के घर हसनगंज एसडीएम रामदत्त राम एवं पुलिस कर्मियों को भेजकर मामले की छानबीन में लगाया है।