बीजेपी विधायक का कारनामा-मंच से की 11 हजार की घोषणा थमा दिए हजार
इससे गुस्साए मंदिर समिति ने पैसे वापिस देते हुए विधायक को दिया गया सम्मान वापस ले लिया है।;
बलिया। गांव में मंदिर समिति की ओर से आयोजित की जा रही राम कथा का शुभारंभ करने पहुंचे मुख्य अतिथि भाजपा विधायक ने आयोजन समिति को भरे मंच से 11 हजार रुपए की सहयोग राशि दिए जाने की घोषणा की। भाजपा विधायक की घोषणा से गदगद हुई मंदिर समिति ने भी बीजेपी एमएलए का भरी सभा के बीच दिल से सम्मान कर दिया। लेकिन जब पैसे देने की बारी आई तो भाजपा विधायक ने समिति के हाथों में केवल 1000 ही थमा दिए। इससे गुस्साए मंदिर समिति ने पैसे वापिस देते हुए विधायक को दिया गया सम्मान वापस ले लिया है। समिति की ओर से विधायक पर वादाखिलाफी का भी आरोप लगाया गया है।
दरअसल बलिया जनपद के बेल्थरा रोड के भाजपा विधायक धनंजय कनौजिया को तहसील क्षेत्र के पूरा गांव में दुर्गा मंदिर पर आयोजित की जा रही रामकथा के कार्यक्रम का शुभारंभ करने के लिए आयोजन समिति की ओर से आमंत्रण दिया गया था। मुख्य अतिथि के रूप में राम कथा का शुभारंभ करने पहुंचे भाजपा विधायक ने कार्यक्रम के मंच से आयोजन समिति को अपनी तरफ से 11 हजार रुपए की सहयोग राशि देने का ऐलान कर दिया। भाजपा विधायक के इस ऐलान से कार्यक्रम में मौजूद लोगों के अलावा आयोजन समिति के लोगों में हर्ष की लहर दौड गई और खुश होकर तालियां बजाते हुए उनका मुक्त कंठ से धन्यवाद अदा कर विधायक का जमकर सम्मान किया। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद जब आयोजन समिति के लोग विधायक के पास की गई घोषणा के मुताबिक 11000 रूपये की सहयोग राशि लेने पहुंचे तो विधायक ने उनके हाथों में महज 1000 रूपये थमा दिए। वादा खिलाफी से नाराज हुए आयोजकों ने विधायक धनंजय कनौजिया को वह 1000 की राशि लौटाई और कार्यक्रम में दिया गया स्मृति भी वापस ले लिया। आयोजकों ने इस बात की घोषणा बाकायदा मंच के माध्यम से की। मंच से की गई इस घोषणा का वीडियो इलाके में खूब वायरल हो रहा है। रामकथा कार्यक्रम के आयोजक भाजपा के बूथ अध्यक्ष भी हैं। कार्यक्रम आयोजन समिति के अध्यक्ष विनय गुप्ता ने कहा कि भाजपा विधायक धनंजय कन्नौजिया ने चुनाव जीतने के बाद मंदिर पर आकर विवाह मंडप, सोलर लाइट और हैंडपंप देने की बात कही थी, लेकिन आज तक उन्हें अपनी बात याद नहीं आई।
मामले में भाजपा विधायक कन्नौजिया ने कहा कि मंच 11 हजार रुपये देने की कभी घोषणा नहीं की थी। लोग बेवजह अफवाह फैलाकर मेरी छवि खराब करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। धार्मिक कार्यक्रमों में सहयोग राशि देने की कभी घोषणा नहीं करता हूं।