DM के अस्थाई आवास का बोर्ड भगवा से हुआ हरा-जिलाधिकारी ने कहीं यह बात
सत्ता परिवर्तन के साथ ही सरकारी दफ्तरों के अलावा अधिकारियों के आवास एवं रोडवेज बसों आदि के रंग बदलते रहे हैं
अयोध्या। उत्तर प्रदेश में पिछले काफी समय से देखा जा रहा है कि सत्ता परिवर्तन के साथ ही सरकारी दफ्तरों के अलावा अधिकारियों के आवास एवं रोडवेज बसों आदि के रंग बदलते रहे हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हो रहे चुनाव के नतीजे आने से पहले ही राम की नगरी अयोध्या के जिलाधिकारी के अस्थाई आवास पर लगे बोर्ड के भगवा रंग को हटाकर हरे रंग का बोर्ड लगा दिया गया है। भगवा से हरे हुए बोर्ड को कुछ लोग एक राजनैतिक दल के रंग के तौर पर देखते हुए अपनी टीका टिप्पणी कर रहे हैं। लेकिन जिलाधिकारी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक लोक निर्माण विभाग की कलर नीति के अंतर्गत उनके अस्थाई आवास के बोर्ड का रंग बदला गया है।
बुधवार को अयोध्या के जिलाधिकारी के स्थाई आवास पर लगे बोर्ड का रंग अचानक से चर्चाओं में आ गया है। भगवा से हरे रंग के हुए जिलाधिकारी के अस्थाई आवास के बोर्ड में कुछ लोग राज्य में सत्ता परिवर्तन की बात खोज रहे हैं। राजनैतिक हलकों में चर्चा का विषय बने डीएम के आवास पर लगे बोर्ड के भगवा से हरा रंग का होने को समाजवादी पार्टी से जोड़कर देखा जा रहा है। भगवा बोर्ड का रंग बीजेपी के झंडे से मिलता था। सोशल मीडिया पर बोर्ड के रंग बदलने की तस्वीरों को पोस्ट करते हुए अखिलेश यादव के समर्थक लिख रहे हैं कि यूपी में सरकार बदलने जा रही है। इसलिए अफसर भी डर के मारे अब ऐसा कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता आई पी सिंह ने डीएम के अस्थाई आवास के बोर्ड का रंग बदलने की फोटो ट्वीट करते हुए लिखा है कि योगी के इशारों पर नाचने वाले अफसरों के अब होश उड़े उड़े हुए हैं। इस मामले को लेकर जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए बताया है कि उनका आवास फिलहाल पीडब्ल्यूडी के डाक बंगले में है। पीडब्ल्यूडी विभाग के रेनोवेशन के साथ लोक निर्माण विभाग ने हरे रंग का आवासीय बोर्ड लगवाया है। जिलाधिकारी ने कहा है कि यह परिवर्तन गलत समय पर किया गया है। जिसके बारे में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि विभाग की कलर नीति के अंतर्गत ही बोर्ड का रंग बदला गया है। सभी डाक बंगले एवं विभागीय बोर्ड अब हरे रंग के किए जा रहे हैं। उनके डाक बंगले के आवास का बोर्ड भी उसी के तहत बदला गया है।