फरार गैंगस्टर विकास दुबे के राइट हैंड अमर दुबे को STF ने किया ढेर
पुलिस को संदेह है कि वह दिल्ली या हरियाणा के कोर्ट में आत्मसमर्पण करने की फ़िराक में है।
हमीरपुर । कानपुर के चौबेपुर में एक क्षेत्राधिकारी सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले फरार विकास दुबे के नजदीकी अमर दुबे को STF ने बुधवार तड़के मुठभेड़ में ढेर कर दिया। हमीरपुर के मौदहा में हुए इस एनकाउंटर में अमर दुबे को मार गिराया। विकास दुबे का दाहिना हाथ माना जाने वाला अमर दुबे भी कानपुर कांड में नामजद और वांछित था। एसटीएफ के अनुसार जब एसटीएफ के जवानों ने अमर दुबे को चारों तरफ से घेरा तो उसने फायरिंग करना शुरू कर दिया। जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में अमर दुबे मारा गया। मुठभेड़ में थाना प्रभारी मौदहा मनोज शुक्ला और एसटीएफ का एक कॉन्स्टेबल भी फायरिंग में घायल हुए हैं।
खबर के अनुसार बुधवार तड़के साढ़े 6 बजे यह एनकाउंटर किया गया। बताया जा रहा है कि अमर, मौदहा में अपने करीबी रिश्तेदार के घर छिपने जा रहा था। इससे पहले वो फरीदाबाद में छिपा था, लेकिन यूपी एसटीएफ के दबाव में वहां से भागकर मौदहा पहुंचा था। ऐसे में उसका पीछा कर रही एसटीएफ ने जब उसे घेर लिया तो उसने तमंचे से फायरिंग शुरू कर दी।
मुठभेड़ में मारा गया अमर दुबे हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का दाहिना हाथ बताया जा रहा है। वह चौबेपुर के बिकरू ग्राम में हुई मुठभेड़ में भी अमर दुबे सम्मिलित था और पुलिस ने उस पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था। सूत्रों के हवाले से पता चला कि पुलिस उसे मारना नहीं चाहती थी बल्कि जीवित ही दबोचना चाहती थी। लेकिन एसटीएफ ने जब उसे आत्मसमर्पण करने को कहा तो उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद जवाबी फायरिंग में वह मारा गया। यूपी STF इस एनकाउंटर को विकास दुबे तक पहुंचने के लिए बड़ी सफलता मान रही है।
उधर मुख्य आरोपी कुख्यात विकास दुबे फरार चल रहा है। बता दें कि विकास दुबे अपने वकीलों के माध्यम से कोर्ट में सरेंडर करने की कोशिश में है। उसकी आखिरी लोकेशन फरीदाबाद में मिली थी, जब वह एक होटल में ठहरने के लिए रूम लेने पहुंचा। लेकिन जब तक पुलिस वहां पहुंचती वह भाग गया। अब फरीदाबाद से उसके दो नज़दीकियों को STF ने गिरफ्त में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस को संदेह है कि वह दिल्ली या हरियाणा के कोर्ट में आत्मसमर्पण करने की फ़िराक में है।