हिन्दू हितो की रक्षा के साथ-साथ मानव धर्म भी निभाते है सचिन त्यागी

सचिन त्यागी आज समाज का जाना माना फायरब्रांड हिन्दुवादी चेहरा है।

Update: 2019-08-05 08:54 GMT

मुज़फ्फरनगर।  मन मे हिन्दुत्व के लिए उमंग, दिल मे देश भक्ति की भावना लिए सचिन त्यागी आज समाज का जाना माना फायरब्रांड हिन्दुवादी चेहरा है। जिनका सिर्फ एक मात्र ही लक्ष्य है हिन्दूत्व के लिए जीना और हिन्दुत्व के लिए मरना। परिणाम चाहे जो भी हो बात अगर हिन्दू हितो की होती है तो वह अग्रणी रूप से बढकर हिस्सा लेते है। सचिन त्यागी ने दो लाइने अर्ज करते हुए कहा कि-

''किसी के शोर से भारत का वंदन झुक नही सकता,

जब तक है खून मे हलचल भगवा झुक नही सकता''

सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना प्रेरणा श्रोत मानने वाले सचिन त्यागी वर्तमान मे हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता के रूप मे कार्य कर रहे है।


दवा प्रतिनिधि के रूप में काम करने वाले सचिन त्यागी को बचपन से ही धार्मिक व सामाजिक कार्यो में बढ-चढकर हिस्सा लेना अत्यधिक पंसद था क्योंकि उनके पिता पुलिस विभाग में कार्यरत थे, जो धार्मिक होने के साथ-साथ निर्मल व सामाजिक किस्म के व्यक्ति रहे। इनके पिता अशोक त्यागी हमेशा से ही सचिन के लिये प्रेरणा श्रोत में उनका हमेशा ही सचिन के लिये यह संदेश रहा कि ''बेटा ये जीवन तेरा है इस बना ले या बिगाड ले'' सब तेरे ऊपर है। पहली बार सचिन पिता द्वारा इन शब्दो से सम्बोधन किया गया तो वह इतने प्रभावित हुए कि इनकी हाईस्कूल परीक्षा होने में मात्र तीन माह का समय शेष था। पिता द्वारा कहे शब्दों नें रात-दिन सचिन को नींद नही आने दी। जिसके कारण सचिन ने मात्र तीन माह में ही कठोर परीश्रम करते हुए वर्ष 1994 के हाईस्कूल परीक्षा परिणाम में उन्होनें प्रथम श्रेणी प्राप्त की। उस समय के बदायूं के एसएसपी नासिर कमाल सचिन के परीक्षा परिणाम से बहुत प्रभावित हुए और उन्होने सचिन को 500 रूपये का नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया था।


सचिन हमेशा ही काॅलेज में अव्वल रहे। वह अपने चार साथियो के साथ मिलकर हमेशा क्लास में सबसे आगे ही बैठते थे और काॅलेज द्वारा आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों में अग्रणी रूप से भाग लेते थे। उनके सभी मित्र आज अच्छे-अच्छे संस्थानों में काम कर रहे है। उनके मित्र डाॅ॰ प्रमोद कुमार आगरा में एक एमबीबीएस डाॅक्टर के रूप में कार्य कर जनता की सेवा कर रहे है। दूसरे मित्र डाॅ॰ ओमेन्द्र सिंह तिल्हर शाहजहांपुर में डाॅक्टर के रूप में कार्यरत है। तीसरे मित्र डाॅ॰ राजीव कुमार सिंह किंग जाॅर्ज मैडिकल काॅलेज लखनऊ में प्रोफेसर के रूप में शिक्षा दे रहे है और चैथे मित्र उदयवीर सिंह यादव प्राथमिक शिक्षा संघ के ब्लाॅक मंत्री बदायूं है।

सचिन त्यागी ने खोजी न्यूज को बताया कि चूॅकि बदायूं यादव बहुल क्षेत्र है इसलिए वहाॅ पर एम एल सी रहे बनवारी सिंह यादव को स्थानीय लोगो द्वारा उप मुख्यमंत्री की संज्ञा दी जाती थी उनको देखकर सचिन ने भी राजनीति मे पैर जमाने का प्रयास किया। इन्होने अखिल भारतीय

विधार्थी परिषद से छात्र राजनीतिक जीवन की शुरूआत की जिसके लिए इनके गुरू वेद प्रकाश ने प्रेरित किया। इसके बाद इन्होने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण करते हुए ढाई वर्षो तक समाजवादी लोहिया वाहिनी के सदस्य रहे और लोगो की भरपूर सेवा की और राजनैतिक गुणो का अपने अन्दर समावेश किया। समाजवादी पार्टी समय समय पर हिन्दू विरोधी दिये जाने वाले ब्यानो ने इनका मन को विचलित कर दिया और ये समाजवादी पार्टी छोडने के लिए विवश हो गये क्योकि उनके दिलो मे हिन्दू हित निवास करता है।


सचिन सिर्फ हिन्दूओ के लिए काम नही करते बल्कि वह जरूरतमंद मुस्लिमों के लिये भी काम करते है बशर्ते वह काम हिन्दू विरोधी ना हो अगर कोई हिन्दू व्यक्ति बगैर किसी बात के किसी मुस्लिम व्यक्ति को प्रताडित कर रहा है तो वह उसको भी दंडित कराने से नही चूकते। सचिन का कहना है कि उनके लिये हिन्दू हित प्रथम है तो इसका मतलब यह नही है कि बेवजह मुस्लिमों को प्रताड़ित करे। उन्होनें एक मुस्लिम परिवार के साथ हो रहे अन्याय के बारे में बताया कि जब वह अखिल भारतीय हिन्दू शक्ति दल के महानगर अध्यक्ष थे। उनके पास एक मुस्लिम युवक आया और उसने बताया कि उसका नाम इरफान है और वह मिमलाना रोड पर रहता है। उसके साथ उसका एक भाई अपंग है वह चल फिर नही सकता और माता देख नही सकती। वह अपने परिवार का पालन पोषण बड़ी मुश्किल से कर पा रहा है और बिजली विभाग ने 3 वर्ष  पूर्व उनके घर की बिजली काटते हुए एक लाख दस हजार का बिल भेज दिया,वह इतना बिल देने में समर्थ नही है। इरफान की पूरी बात सुनकर सचिन मिमलाना रोड़ स्थित उनके मकान पर पहंुचा और देखा कि वास्तव में उसके परिवार को बिजली विभाग द्वारा प्रताड़ित किया गया था। भरी गर्मी में टूटी-फूटी छत के नीचे आंखो से असहाय मां और अपंग भाई अपनी टूटी-फूटी चारपाई पर बैठे थे। जिनको देखकर सचिन का मन भावुक हो उठा और उन्होनें तुरन्त ही पाल धर्मशाला के निकट बिजली भवन पर पहुंचकर एस॰डी॰ओ॰ चतर सिंह को उसके निदान करने के लिये कहा। बिजली की यूनिट का रिकाॅर्ड निकालने पर पता चला कि बिजली विभाग द्वारा गलती से 10,000 यूनिट प्रतिवर्ष के हिसाब से बिजली का बिल बनाया गया था, जोकि पूर्ण रूप से अनुचित के साथ-साथ इरफान व उसके परिवार को आर्थिक रूप से प्रताडित करने वाला था। उसके बाद एस॰डी॰ओ॰ चतर सिंह द्वारा 1 लाख 10 हजार के बिल को ठीक करते हुए 38 हजार रूपये कर दिया गया। इस बडी राहत को पाने के बाद सचिन के लिए इरफान की मां के मुंह से एक ही शब्द निकला कि अल्लाह तुम्हारा भला करे और बेटा तुम जीवन मे बहुत तरक्की करो।


सचिन ने हिन्दुओ के खिलाफ जहर उगलने वाले लागो को भी कडा संदेश देते हुए कहा कि कुछ लोग हिन्दुओ पर माॅब लिंचिग के झूठे आरोप पूरे सनातन धर्म को बदनाम करने का प्रयास कर रहे जो अनुचित है। कही हिन्दू भाई का मुस्लिम भाई से झगडा हो गया उसे सामप्रदायिकता का रूप दे दिया जाता है। जहां हिन्दू पीडित होता है वहा पर अवार्ड वापसी गैंग भी गुम हो जाता है क्यों ? 

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