माटी कला को विलुप्त नहीं होने दे प्रजापति समाज, बड़ा करें बिजनेस
माटी कला को विलुप्त नहीं होने दे और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाते हुए अपने कारोबार को व्यापक स्तर पर आगे बढ़ाएं
हापुड़। माटी कला बोर्ड के चेयरमैन संजय प्रजापति ने कहा है कि सरकारी दफ्तरों एवं बैठकों में मिट्टी से बने बर्तनों का उपयोग होना चाहिए, ताकि माटी कला से जुड़े लोगों को काम देकर उनके रोजगार में अच्छी खासी बढ़ोतरी की जा सके। उन्होंने प्रजापति समाज के लोगों से आह्वान किया है कि वह माटी कला को विलुप्त नहीं होने दे और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाते हुए अपने कारोबार को व्यापक स्तर पर आगे बढ़ाएं।
रविवार को उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड का चेयरमैन बनने के बाद पहली बार शहर में पहुंचे संजय प्रजापति का समाज के लोगों द्वारा गर्मजोशी के साथ माल्यार्पण करते हुए स्वागत किया गया। इस मौके पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड के चेयरमैन संजय प्रजापति ने बताया कि सरकार की ओर से राज्य में माटी कला को बढ़ावा देने के लिए ऋण की सुविधा दी जा रही है। उन्होंने प्रजापति समाज के लोगों से आह्वान किया है कि वह माटी कला को किन्ही भी हालातों में विलुप्त नहीं होने दे और सरकार की योजनाओं का लाभ उठाते हुए ऋण आदि के माध्यम से अपने रोजगार को आगे बढ़ाएं। इससे जहां प्रजापति समाज का आर्थिक स्तर मजबूत होगा वही देश में नाम होने के साथ सामाजिक रूतबा भी बढेगा।
उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष संजय प्रजापति ने बताया है कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार माटी कला को बढ़ावा देने को लेकर पूरी तरह से गंभीर है। इसके लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं जिसके तहत माटी कला बोर्ड का गठन किया गया है। प्रदेश के 12000 गांव का आंकड़ा अभी तक सरकार के पास पहुंचा है जिनमें माटी कला का काम किया जाता है।
उन्होंने कहा है कि सभी सरकारी विभागों में आयोजित की जाने वाली बैठको आदि में प्लास्टिक के सामान की बजाय माटी कला से तैयार किए गए बर्तनों का उपयोग किया जाए। पीने के पानी एवं चाय के लिए कुल्लड़ का प्रयोग करें, क्योंकि मिट्टी में पोषक तत्व मौजूद होते हैं, यदि हम मिट्टी से बने बर्तनों का उपयोग करेंगे तो हमारा स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा।