जिला जेल में कैदी का मर्डर- लापरवाही पर चार कर्मचारी सस्पेंड
कैदी की हत्या में जेल प्रशासन की लापरवाही सामने आने के बाद चार कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
मेरठ। जिला कारागार में हुई कैदी की हत्या में जेल प्रशासन की लापरवाही सामने आने के बाद चार कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच डीआईजी जेल को सौंपी गई है।
रविवार को जनपद के चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में महिला शिक्षक पर एसिड अटैक करने के मामले में आरोपी सजायाफ्ता कैदी रोहित की हत्या कर दिए जाने के मामले में परिजनों द्वारा किए गए हंगामें एवं शिकायत के बाद की गई जांच में जेल प्रशासन की लापरवाही सामने आने पर चार जेल कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
जेल अधीक्षक शशिकांत मिश्रा की तहरीर पर मेडिकल थाने में अज्ञात के खिलाफ दर्ज कराई गई हत्या की घटना के बाद निलंबित किए गए कर्मचारियों में जेल वार्डन सनोज एवं संजय सिंह एवं जेल हेड वार्डन हरिशंकर त्रिपाठी एवं रविंद्र सिंह शामिल है।
जेल में हुई कैदी की हत्या के मामले की जांच डीआईजी जेल सुभाष चंद्र शाक्य को सौंपी गई है।
जेल अधीक्षक की ओर से मेडिकल थाने में दी गई तहरीर में बताया गया है कि जिस बैरक में रोहित की हत्या हुई है उसमें एक अन्य कैदी देवी सिंह भी बंद था। दोनों के अलावा तीसरा कोई आदमी नहीं था।
शनिवार को गस्त के दौरान रोहित अपनी बैरक के भीतर घायल अवस्था में मिला था, इसके बाद जेल डॉक्टर को बुलाकर जब रोहित का चेकअप कराया गया तो डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शनिवार को जेल में रोहित की मौत की सूचना पर आज जेल पहुंचे परिजनों ने जमकर हंगामा किया और मेडिकल थाने में शिकायत भी की।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।