जानिये - किसके आदेश से चलेगी 15 दिन तक नगर निकायों में साफ़ सफाई
बरसात में पानी निकासी में आंड़े आने वाले किसी भी प्रकार के अवरोध को स्वीकार नहीं किया जायेगा।
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए0के0 शर्मा ने सभी नगरीय निकायों में जल निकासी के उचित प्रबन्धन हेतु नाले-नलियों की बेहतर साफ-सफाई के लिए आज गुरूवार से 15 दिन का वृहद सफाई अभियान चलाने का निर्देश दिया है। इसके पहले सभी निकायों में 72 घण्टे का अनवरत नाला-नाली सफाई अभियान चलाया गया था, जिसका अपेक्षित परिणाम न आने से सफाई अभियान को 15 दिन और बढ़ाने का निर्देश मंत्री जी द्वारा दिया गया है। उन्होंने कहा कि शहरों की जल निकासी के लिए नाले-नालियों में किये गये अतिक्रमण व अवरोध को शीघ्र हटाया जाए। बरसात में पानी निकासी में आंड़े आने वाले किसी भी प्रकार के अवरोध को स्वीकार नहीं किया जायेगा।
नगर विकास मंत्री ए0के0 शर्मा गुरूवार को नगरीय क्षेत्रों में जलभराव, प्लास्टिक उन्मूलन, संचारी रोग, साफ-सफाई, वन महोत्सव, आवारा पशुओं आदि समस्याओं तथा विभागीय योजनाओं की प्रगति की जल निगम फील्ड हॉस्टल ‘संगम’ में वर्चुअल समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने सभी नगर पालिका परिषदों एवं नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों को अपने शहरों के मुख्य मार्गों का नियमित सफाई कराने के निर्देश दिए तथा यह भी कहा कि सभी नगर आयुक्त शहरों की जोनवार एवं वार्डवार सफाई सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि निकायों में सुबह 05 बजे से 08 बजे के बीच होने वाली नियमित सफाई की मॉनीटरिंग की जाए। मंत्री ने निकायों के सभी अधिकारियों को अपने-अपने निकाय से पुरानी व अवैध होर्डिंग्स को 03 दिन के भीतर हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि नागरिकों व बच्चों को अवारा पशुओं तथा स्वानों के कारण परेशानी न हो इसकी व्यवस्था की जाए। मंत्री ने सिंगल यूज प्लास्टिक के नगरीय क्षेत्रों में प्रयोग, उत्पादन एवं वितरण पर प्रभावी नियंत्रण लगाने पर भी निर्देश दिए। नगरों में कहीं पर भी अब प्लास्टिक का प्रयोग होता न दिखे।
नगर विकास मंत्री ने सभी निकाय अधिकारियों को निर्देशित किया कि बरसात में जलभराव, कीचड़ व गंदगी से संचारी रोगों, मच्छर व मक्खीजनित बीमारियों, डेंगू, मलेरिया, चिकुनगुनिया आदि के पनपने व फैलने की संभावना बनी रहती है, जिससे नागरिकों को जीवन का खतरा भी पैदा हो जाता है। इसकी पूर्णतया रोकथाम के लिए कहीं पर भी जलभराव, कीचड़ व गंदगी न होने पाए। लोगों को कूड़ा डालने के लिए डस्टविन का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करें तथा व्यापारियों से अपनी दुकानों एवं कामर्शियल प्रतिष्ठानों के सामने डस्टविन जरूर रखवायें। सफाई के पश्चात गलियों, सड़कों पर कूड़ा डालने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर जुर्माना लगाया जाए। रोगों के नियंत्रण के लिए अभी से औषधियों उपलब्धता एवं दवा आदि के छिड़काव आदि की व्यवस्था पूर्ण कर ली जाए। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई एवं संचारी रोगों के नियंत्रण में लापरवाही किसी भी रूप में स्वीकार नहीं होगी। उन्होंने सभी अधिशासी अधिकारियों को अपने नगरीय क्षेत्रों में ही अधिवासित करने तथा कार्यों की नियमित मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिए। कहा कि आने वाले समय में कांवड़ यात्रा सहित अन्य धार्मिक उत्सव एवं त्योहार शुरू हो जायेंगे, जिसके लिए नगरों में साफ-सफाई बहुत जरूरी है। उन्होंने स्कलों, कॉलेजों, अस्पतालों, चौराहों, बस व रेलवे स्टेशनों, सार्वजनिक व ऐतिहासिक स्थलों की नियमित साफ-सफाई पर ध्यान देने को कहा। सभी निकाय अपने यहां के पब्लिक टॉयलेट, पिंक टॉयलेट, संस्थागत टॉयलेट की सफाई भी सुनिश्चित करायेंगे। किसी भी प्रकार की शिकायत पर जोनल अधिकारी एवं सैनेटरी इन्स्पेक्टर आदि की जिम्मेदारी तय की जायेगी।
ए0के0 शर्मा ने विभाग के स्थानान्तरित ऐसे कर्मचारियों एवं अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि जिन्होंने अब तक नियुक्ति स्थान पर कार्यभार ग्रहण नहीं किया वे तत्काल जाकर कार्यभार ग्रहण करें। आदेशों की अवहेलना पर तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जायेगी। सरकार किसी भी स्थिति में कार्मिकों की अनुपस्थिति से कार्यों में शिथिलता को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के तहत निकायों में होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए हरप्रकार से तैयार रहने को कहा। राष्ट्रीय स्तर पर निकायों का स्वच्छता रैंकिंग में स्थान आये इसके लिए निकायों के मध्य स्वच्छता प्रतियोगिता भी करायी जाए। उन्होंने निकायों में होने वाले वृक्षारोपण एवं वनीकरण के लिए अभी से स्थान चिन्हित कर लेने को कहा। सभी साफ किये गये कूड़ा स्थलों में पौधरोपण कराया जाए। इस दौरान नगर विकास मंत्री ने सभी नगर आयुक्तों एवं अधिशासी अधिकारियों से उनके नगरीय क्षेत्रों की वास्तविकता की जानकारी भी ली गयी।
प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने सभी निकायों के अधिकारियों को युद्धस्तर पर साफ-सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने तथा नाले-नालियों की सफाई में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी/अधिकारी कार्यों में शिथिलता दिखायेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग पर पूर्ण नियंत्रण लगायें, पकड़े जाने पर जुर्माना भी लगाया जाए। उन्होंने सीवरेज सिस्टम, कूड़ा पृथक्करण, डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के साथ विभागीय योजनाओं व कार्यों में गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी निकाय वार्षिक कार्ययोजना बनाकर 15 दिन के अन्दर अपने यहां के बोर्ड से प्रस्तावित करा लें, जिससे कि इस वित्तीय वर्ष के सभी कार्यों को फरवरी तक पूर्ण किया जा सके।
बैठक में सचिव नगर विकास अजय कुमार शुक्ला, निदेशक नगरीय निकाय अनुज कुमार झा, विशेष सचिव तथा निदेशालय के अधिकारी उपस्थित थे तथा सभी नगर निकायों के नगर आयुक्त एवं अधिशासी अधिकारी वर्चुअल प्रतिभाग किया।