राष्ट्रपति पदक से सम्मानित इंस्पेक्टर हुए वांछित-हेड कांस्टेबल को भेजा जेल

फर्जी मुकदमे में वसूली करने वाले राष्ट्रपति पदक से सम्मानित इंस्पेक्टर विजेंद्र राणा को वांछित डिक्लेअर कर दिया गया है;

Update: 2021-09-02 07:44 GMT

मेरठ। ट्रक चोरी के फर्जी मुकदमे में वसूली करने वाले राष्ट्रपति पदक से सम्मानित इंस्पेक्टर विजेंद्र राणा को वांछित डिक्लेअर कर दिया गया है। उधर रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किए गए हेड कांस्टेबल मनमोहन को एंटी करप्शन कोर्ट में पेश करने के बाद जिला कारागार के लिए भेज दिया गया है। वांछित डिक्लेअर किए गए इंस्पेक्टर को राष्ट्रपति पदक के लिए ऐलान किया गया है। थाने से रिपोर्ट मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने हेड कांस्टेबल और इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है।




दरअसल मुजफ्फरनगर जनपद के मोहल्ला किदवई नगर निवासी वकार आमिर ने महानगर के सदर बाजार इंस्पेक्टर विजेंद्र राणा और हेड कांस्टेबल मनमोहन की शिकायत आला अधिकारियों को की थी। वकार का आरोप था कि ट्रक चोरी के एक फर्जी मामले में हेड कांस्टेबल मनमोहन अपने तीन साथियों की मदद से उसे मुजफ्फरनगर से पकड़कर सदर बाजार थाने में लाए थे। जहां पर इंस्पेक्टर विजेंद्र राणा ने वकार को अवैध हिरासत में रखकर उसके साथ मारपीट की थी। वकार का आरोप है कि उसने जनपद मसूरी के गाजियाबाद निवासी इमरान का ट्रक खरीदने के बाद काट दिया है। वकार और इमरान को जब आमने-सामने बैठाकर एएसपी ने पूछताछ की तो उसमें ट्रक को खरीद कर उसे काटने वाले वकार का कोई कसूर नहीं मिला और एएसपी ने वकार को छोड़ने के आदेश जारी कर दिए थे। लेकिन इसके बाद भी इंस्पेक्टर ने वकार पर हेड कांस्टेबल से बात करने का दबाव बनाया। हेड कांस्टेबल मनमोहन ने वकार को छोड़ने की एवज में 100000 रूपये की मांग की। जबकि इससे पहले भी इंस्पेक्टर ट्रक स्वामी इमरान और उसके चालक अब्दुल करीम से इसी मामले में तकरीबन 300000 रूपये की वसूली कर चुके थे। उधर वकार ने उन्हें 50000 की रकम दे दी थी। मंगलवार को बाकी बची रकम वकार से लेते हुए एसपी सिटी की टीम ने हेड कांस्टेबल मनमोहन को सदर बाजार थाने के समीप पोस्ट ऑफिस के बाहर पकड़ लिया था। हेड कांस्टेबल मनमोहन ने इंस्पेक्टर विजेंद्र राणा के कहने पर रकम लेने की बात रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार करने वाली टीम के सम्मुख कहीं। वकार की तहरीर पर मनमोहन और विजेंद्र राणा को अवैध हिरासत में रखने, उसे जान से मारने की धमकी देने और रिश्वत वसूली के आरोप में नामजद कर लिया गया है। इससे पहले लालकुर्ती थाने में तैनाती के दौरान भी हेड कांस्टेबल मनमोहन पर अवैध वसूली के आरोप लगे हैं। आरोप है कि हेड कांस्टेबल मनमोहन लाल कुर्ती इलाके में लगने वाले ठेले वालों से हर दिन 50 रूपये की मांग कर रहा था। जब ठेले वालों ने रकम देने से इंकार कर दिया तो हेड कांस्टेबल मनमोहन ने एक ठेले वाले का हाथ तोड़ दिया था।



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