फर्जी कागजों के आधार पर बना डूडा परियोजना अधिकारी का हुआ भंडाफोड
एक व्यक्ति फर्जी कागजों के आधार पर करीब डेढ़ साल से डूडा का परियोजना का अधिकारी बनकर वर्क कर रहा था
सहारनपुर। जनपद से एक ऐसा मामला हैरान करने वाला सामने आया है। एक व्यक्ति फर्जी कागजों के आधार पर करीब डेढ़ साल से डूडा का परियोजना का अधिकारी बनकर वर्क कर रहा था। फर्जी कागजों के आधार पर बने इस अधिकारी का भंडाफोड हो गया है। जिलाधिकारी ने इस पूरे कार्यकाल में हुए काम की जांच करने के निर्देश दिये हैं।
मिली जानकारी के अनुसार प्रतिनियुक्ति पर कार्य कर रहा एक व्यक्ति ने फर्जी कागजों के आधार पर जनपद सहरानपुर में डूडा का परियोजना अधिकारी बनकर वर्क कर रहा था। कमाल की बात तो यह है कि वह करीब 22 महीनों से वर्क कर रहा था और किसी को पता भी नहीं चला लेकिन अब इस फर्जी कागजों पर बने डूडा अधिकारी का भंडाफोड हो गया है। बताया जा रहा है कि डॉ अनुज प्रताप सिंह नाम के इस व्यक्ति ने 26 फरवरी 2020 को डूडा परियोजना अधिकारी के पद पर तैनात हुआ था। डूडा विभाग में 22 महीने व 12 दिन में 3600 मकानों की डीपीआर तैयार की गई है।
इस मामले को लेकर डीएम अखिलेश सिंह का कहना है कि फर्जी कागजों के आधार पर फर्जी डूडा अधिकारी के पद पर तैनात होकर कार्य कर रहा था। डीएम ने कहा कि इस मामला का रिपोर्ट आने के बाद ही भंडाफोड हुआ है। अनुज के कार्यकाल में किये गये कार्य की जांच कराई जा रही है।