शमशान घाट हादसा-शव हाईवे पर रखकर लगाया जाम, ईओ समेत तीन गिरफ्तार
श्मशान घाट के प्रवेश द्वार के साथ बने गलियारे की छत गिरने से हुई 24 लोेगों की मौत और 15 लोगों के घायल होेने के हादसे से लोग अभी तक उबर नही पाये है।
गाजियाबाद। जनपद के मुरादनगर में रविवार की दोपहर श्मशान घाट के प्रवेश द्वार के साथ बने गलियारे की छत गिरने से हुई 24 लोेगों की मौत और 15 लोगों के घायल होेने के हादसे से लोग अभी तक उबर नही पाये है। घटना से गुस्साएं लोगों ने सीएम को मौके पर बुलाने के मांग करते हुए दो स्थानों पर सात शवों को दिल्ली-मेरठ हाईवे पर जाम लगा रखा है। उधर पुलिस ने मामले की गंभीरता को देेखते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें ईओ निहारिका सिंह, जेई सीपी सिंह, सुपरवाइजर आशीष शामिल हैं। ठेकेदार अजय त्यागी व अन्य अज्ञात लोगों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। यह जानकारी एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने दी है।
मुरादनगर में रविवार की दोपहर शमशान घाट के गलियारे की हाल ही में निर्मित कराई गई छत के गिरने से हुए हादसे में मृतकों के परिजनों ने शवों को सोमवार की सुबह मुरादनगर के उखलारसी के पास मेरठ-दिल्ली हाईवे पर रख कर जाम लगा दिया है। नाराज प्रदर्शनकारी सीएम को बुलाने की मांग कर रहे हैं।
जाम के चलते राजनगर एक्सटेंशन से मुरादनगर की तरफ जाने वाले वाहनों पर पाबंदी लगा दी गई है। इसी के चलते रूट डायवर्जन कर वाहनों को वैकल्पिक मार्गो से होकर निकाला जा रहा है।
मुरादनगर श्माशान घाट में हुए हादसे में मृतकों के परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मुरादनगर में दो जगह जाम लगा दिया है। एक जगह चार शव और दूसरी जगह तीन शव रख परिजन प्रदर्शन कर रहे हैं। शवों को सडक पर रखकर परिजनों के साथ ग्रामीण 15 लाख रुपये, एक सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं। जाम लगने के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारी परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने नामजदों में से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें मुरादनगर नगर पालिका परिषद की ईओ निहारिका सिंह, जेई सीपी सिंह, सुपरवाइजर आशीष शामिल हैं। ठेकेदार अजय त्यागी व अन्य अज्ञात लोगों की पुलिस अभी तक गिरफ्तारी कर सकी है। इस आशय की जानकारी एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने देते हुए बताया कि गिरफ्तार किये गये तीनों लोगों को जेल भेजा जा रहा है। इसके बाद आगे की विधिक कार्रवाई होगी।
आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या, किसी व्यक्ति को खतरा पहुंचाने वाला कार्य करना, किसी की व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरा पैदा करने वाली चोट पहुंचाने वाला कार्य करना, धन का गबन व सरकारी कर्मचारी द्वारा विश्वास का आपराधिक हनन, बुरी मंशा, जिससे आर्थिक नुकसान हो आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे के कारणों की जांच के आदेश देते हुए रिपोर्ट तलब की है। प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक मदद देने और घायलों के उचित इलाज कराने की घोषणा की है।