सरकार के दावों के उलट उत्तर प्रदेश में अपराध चरम पर-प्रियंका
प्रदेश में रामराज लाने का दावा करने वाली योगी आदित्यनाथ सरकार अपराधियों पर लगाम लगाने को लेकर पूरी तरह से असफल रही है।
लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने एनसीआरबी की ओर से जारी किए गए आपराधिक मामलों के आंकड़ों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि महिलाओं व दलितों के खिलाफ अपराध, हत्या व अपहरण के मामलों में उत्तर प्रदेश टॉप पर है। प्रदेश में रामराज लाने का दावा करने वाली योगी आदित्यनाथ सरकार अपराधियों पर लगाम लगाने को लेकर पूरी तरह से असफल रही है।
शनिवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार प्रदेश में सुशासन होने का दावा करते हुए लोगों के बीच भ्रम की स्थिति फैला रही है। फर्जी एनकाउंटरों के बावजूद भी उत्तर प्रदेश में महिलाओं व दलितों के खिलाफ अपराध, हत्या एवं अपहरण के मामले कम नहीं हो रहे हैं। हिंसक अपराधों के मामले में उत्तर प्रदेश शिखर पर बैठा हुआ है। अब एनसीआरबी की ओर से जारी किए गए आपराधिक आंकड़ों ने भी उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के सुशासन के दावों की हवा निकालकर हकीकत सबके सामने रख दी है।
उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार के दावों के ठीक उलट इस समय उत्तर प्रदेश अपराध के मामलों में चरम पर पहुंच चुका है। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अपराधिक मामलों को रोकने में पूरी तरह से सफल रही है उन्होंने एनसीआरबी द्वारा जारी किए गए आंकड़े पेश करते हुए कहा है कि पूरे देश में 2020 में बलात्कार के रोज औसतन 77 मामले दर्ज किए गए और कुल 28,046 मामले सामने आए। देश में ऐसे सबसे ज्यादा मामले राजस्थान में और दूसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए। पिछले साल पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 3,71,503 मामले दर्ज किए गए जो 2019 में 4,05,326 थे और 2018 में 3,78,236 थे। एनसीआरबी के आंकड़ों पर एक नजर डालें तो पता चला कि कोरोना महामारी से प्रभावित साल 2020 में अपराध के मामलों में 2019 की तुलना में 28 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। साल 2020 में रोज औसतन 80 हत्याएं हुईं और कुल आंकड़ा 29,193 पहुंच गया। इस मामले में राज्यों की सूची में उत्तर प्रदेश पहले नंबर पर है। यह ऐसे समय में था जब 25 मार्च 2020 से 31 मई 2020 तक कोविड-19 महामारी के कारण देश में लॉकडाउन था।