चाइनीज मांझे ने लुप्तप्रायः गिद्ध के जीवन को संकट में डाला
तमाम कोशिशों के बावजूद भी चाइनीज मांझा की बिक्री और उसका इस्तेमाल बंद नहीं हो रहा है
मेरठ। तमाम कोशिशों के बावजूद भी चाइनीज मांझा की बिक्री और उसका इस्तेमाल बंद नहीं हो रहा है। आसमान में उड़ाई जा रही पतंग के साथ इस्तेमाल किए जा रहे चाइनीज मांझे की चपेट में आकर आसमान में उड़ रहा एक गिद्ध घायल होकर जमीन पर आ गिरा। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम घायल हुए गिद्ध को अपने साथ ले गई और उसका उपचार कराया।
वन विभाग की टीम को कैंट इलाके में स्थित सेंट मेरिज पब्लिक स्कूल के भीतर खाली प्लाट में एक गिद्ध के घायल पड़े होने की सूचना प्राप्त हुई। जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घायल पडे गिद्ध को वहां से उठाकर अपने साथ ले गई तथा घायल हुए गिद्ध का उपचार कराया। वन विभाग के दारोगा मोहन सिंह ने बताया है कि घायल हुए गिद्ध के पंखों में चाइनीज मांझा उलझा हुआ था, जिस कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गया है। घायल हुए गिद्ध को प्राथमिक उपचार के बाद कानपुर स्थित प्राणी उद्यान में उपचार के लिए भेज दिया गया है। इस मौके पर वन्य जंतु रक्षक कमलेश कुमार भी गिद्ध को बचाने में शामिल रहे। उल्लेखनीय है कि चाइनीज मांझे की बिक्री और उसके इस्तेमाल पर सरकार की ओर से रोक लगाई गई है। परंतु तमाम पाबंदियों के बावजूद जिस तरह से चाइनीज मांझा बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध हो रहा है और लोग उसका इस्तेमाल कर रहे हैं, इससे साफ तौर पर पता चल रहा है कि प्रशासन चाइनीज मांजे की बिक्री पर रोक लगाने में पूरी तरह सफल नहीं हो सका है। लुप्तप्रायः होने की कगार पर पहुंच चुके गिद्ध की पहले ही भारी कमी हो रही है, जिसके चलते बिना पैसे का सफाई कर्मी समझे जाने वाला गिद्ध अब विदाई के कगार पर पहुंच चुका है।