जेल में मिलाई करने से रोकने की रंजिश में चली थी जेलर पर गोलियां
कारागार के जेलर के ऊपर अंजाम दी गई फायरिंग की घटना कारागार में मिलाई से रोकने की रंजिश में की गई थी
सहारनपुर। जनपद के देवबंद स्थित उप कारागार के जेलर के ऊपर अंजाम दी गई फायरिंग की घटना कारागार में मिलाई से रोकने की रंजिश में की गई थी। पुलिस ने फायरिंग करने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए इस मामले का पर्दाफाश कर दिया है। पकड़े गए आरोपियों में एक युवक का चाचा फिलहाल कारागार में बंद है। जेल में मिलाई का समय खत्म होने पर आरोपी को जेल के सिपाहियों ने वापस भेज दिया था। बस इसी रंजिश में आरोपियों की ओर से जेलर पर फायरिंग की गई थी।
एडिशनल एसपी एवं सीओ दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर की ओर से जेलर पर की गई फायरिंग की घटना में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश के बाद थाना देवबंद पुलिस ने क्राइम ब्रांच की टीम के साथ शुक्रवार की रात रणखंडी रेलवे फाटक के समीप हुई मुठभेड़ के दौरान कुनाल पुत्र लोकेश, दीपक उर्फ सन्नू पुत्र सोमपाल, विक्रान्त पुत्र रमनपाल, परमजीत पुत्र सुरेश एवं अभिषेक पुत्र सकटू समस्त निवासीगण ग्राम जखवाला थाना देवबन्द सहारनपुर को गिरफ्तार किया है। जबकि छह आरोपी मौके से फरार होने में कामयाब हो गए। उन्होंने बताया है कि तलाशी के दौरान गिरफ्तार किए गए आरोपियों के कब्जे से दो बाइक दो तमंचे एवं छह कारतूस बरामद हुए हैं। पूछताछ किए जाने पर मुठभेड़ के बाद हिरासत में लिए गए आरोपियों ने जेलर रीवन सिंह पर फायरिंग करना स्वीकार कर लिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को शनिवार को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया है। उन्होंने बताया है कि पुलिस द्वारा मुठभेड़ में गिरफ्तार किए गए एक आरोपी का चाचा नीटू मौजूदा समय में कारागार में बंद है। 10 मार्च को युवक अपने दो साथियों के साथ कारागार में बंद नीटू से मिलाई करने के लिए गया था। परंतु समय खत्म हो जाने की वजह से वहां पर मौजूद सिपाही ने युवक को नीटू से मिलने को रोक दिया था। जिस पर युवक की सिपाही के साथ बहस भी हुई। इसी बात को लेकर युवक ने अपने साथियों के साथ जेलर पर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया है।
उन्होंने बताया है कि मुठभेड़ में फायरिंग करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में देवबंद प्रभारी निरीक्षक प्रभाकर कैंतूरा, उप निरीक्षक विपिन कुमार त्यागी, उपनिरीक्षक आनंद पोसवाल, कांस्टेबल कुलदीप सिंह, रंजीत सिंह एवं दीपक कुमार मुख्य रूप से शामिल रहे।