अर्जुन बने आलम शाह ने पहले कब्जाई नौकरी फिर 6 बैंकों को 90 लाख का चूना
सरकारी विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर जालसाजी करते हुए हापुड का आलम शाह बड़ा गोरखधंधा कर रहा था।
मेरठ। पुलिस ने हापुड के एक ऐसे नटवर लाल अर्जुन को गिरफ्तार किया है जो फर्जी कागजों के आधार पर पहले सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी हासिल करने के बाद छह बैंकों से तकरीबन 9000000 रुपये का लोन लेकर उसकी धनराशि को डकार चुका है। सरकारी विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर जालसाजी करते हुए हापुड का आलम शाह बड़ा गोरखधंधा कर रहा था। बैंक की ओर से की गई शिकायत की जांच करते हुए आलम शाह तक पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
बुधवार को सीओ कैंट रूपाली राय चौधरी ने बताया है कि मेरठ के छिप्पी टैंक स्थित कोटक बैंक की शाखा ओर से की गई आंतरिक जांच में जब यह बात सामने आई कि बैंक की ओर से दिए गए 15 लाख 14 हजार रूपये के लोन की रिकवरी नहीं हो रही है। जांच पड़ताल किए जाने पर बिजनौर के इस्लामनगर मोहल्ले में रहने वाले अर्जुन का नाम इस लोन को लेने में सामने आया। बैंक द्वारा जब कागजातों में कर्जदार अर्जुन सिंह से संपर्क किया गया तो उसने दो टूक शब्दों में साफ तौर पर कहा कि उसने कोटक बैंक की मेरठ शाखा से कभी भी लोन नहीं लिया है।
बैंक द्वारा की गई छानबीन में वर्ष 2022 की 6 मई को यह बात सामने आई कि अर्जुन के नाम पर हापुड़ के रहने वाले आलम शाह नामक युवक ने बैंक में फर्जीवाड़ा करते हुए ऋण हासिल किया है। बैंक डॉट डाटा क्रॉस करने पर यह बात सामने आई कि आलम शाह के नाम पर एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई, एक्सिस बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक की अलग-अलग ब्रांच से नटवरलाल ने कुल नब्बे लाख रूपए का लोन ले रखा है। सभी रकम आरोपी ने नोएडा के अपने एक बैंक खाते में ट्रांसफर कराई थी।
सीओ कैंट ने बताया है कि पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया नटवरलाल आलम शाह नौकरी डॉट कॉम की वेबसाइट पर जाकर लोगों की प्रोफाइल चेक करने के बाद लोगों को नौकरी का झांसा देते हुए उनके कागजात हासिल कर लेता था। इसके बाद खेला शुरू करते हुए उन कागजातों पर अपनी फोटो एडिट करते हुए उसने फर्जी तरीके से सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी भी हासिल कर ली थी और नब्बे लाख रूपए का लोन भी ले लिया था।
जांच में सामने आया कि आलम शाह बिजनौर के अर्जुन सिंह के कागजातों पर गुरु ग्राम स्थित एक सॉफ्टवेयर कंपनी में नौकरी भी कर चुका है।