कृषि कानून कोई धार्मिक ग्रंथ नहीं जो बदला ना जा सके-त्यागी

जनता दल यूनाइटेड के मुख्य राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व राज्यसभा सांसद केसी त्यागी ने कहा है कि नए कृषि कानून कोई धार्मिक ग्रंथ नहीं है जिन्हें बदला ना जा सके।

Update: 2021-07-01 12:33 GMT

मेरठ। केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों का विरोध करते हुए आंदोलन चला रहे किसानों का समर्थन करते हुए जनता दल यूनाइटेड के मुख्य राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व राज्यसभा सांसद केसी त्यागी ने कहा है कि नए कृषि कानून कोई धार्मिक ग्रंथ नहीं है जिन्हें बदला ना जा सके।

बृहस्पतिवार को महानगर के सदर क्षेत्र स्थित मदरसा इमदादुल इस्लाम में पहुंचे जनता दल यूनाइटेड जेडीयू के मुख्य राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व राज्यसभा सांसद केसी त्यागी ने नए कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि देश में इस समय किसानों की हालत जूता पॉलिश करने वाले एक मोची से भी बदतर हो गई है। एक सर्वेक्षण कंपनी की ओर से किसानों की आय को लेकर रिपोर्ट भी पेश की गई थी। जिसमें किसानों की हालत को लेकर चिंता व्यक्त की गई है। हालांकि उन्होंने कृषि कानूनों पर किसान और केंद्र सरकार दोनों को ही जिद्दी बताया। उन्होंने कहा कि दोनों ही इस समय अपनी हठधर्मिता पर कायम है जो गलत है। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून कोई धार्मिक ग्रंथ नहीं है जो उसमें बदलाव ना किया जा सके। उन्होंने कहा है कि वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने उतरने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि एनडीए के साथ जेडीयू की बात बनी तो ठीक है। नहीं तो जेडीयू अकेले ही मैदान में उतरकर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी बिहार से सटी उत्तर प्रदेश की लगभग 200 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारकर चुनाव लडेगी। उन्होंने असदुदीन ओवैसी की एआईएआईएम को केवल वोट कटवा पार्टी बताया है।

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